Bihar Elections 2020: बिहार में अगर बात राजनीति की हों तो कर्पूरी ठाकुर, नीतीश कुमार और लालू यादव की बात जरूर होती हैं. लेकिन अगर डॉन, बाहुबलियों और अपराधियों का जिक्र न हों तो बिहार की सियायत अधूरा कहलायेगा.
बिहार के राजनीति की केंद्र में कई बाहुबालियों के नाम हमेशा से ही सुर्खियों में रहते ही हैं. ऐसे कई बाहुबली बिहार ने देखें हैं जो खुद को कानून से ऊपर समझते थें. इनके नाम मात्र से ही लोग कांपते थें. आइए डालते हैं एक नजर बिहार के ऐसे ही 5 बाहुबलियों पर. (All Photos: जनसत्ता)
1. शिवान जिला के रहने वाले बाहुबली शहाबुद्दीन पर हत्या समेत कई संगीन अपराधों का मामला दर्ज हैं जिनकी सजा रहे हैं. वह अभी जेल में बंद हैं.
शहाबुद्दीन लालू प्रसाद यादव के करीबी माने जाते हैं, आज भी इनका नाम तमाम लोगों के लिए खौफ का पर्याय हैं.
2. सूरजभान सिंह बिहार के मोकामा में जन्म लिए थे, इन्होंने अपराध की सीढ़ियां इतनी तेजी से चढ़ीं कि तमाम लोग इनके नाम से ही कांपने लगे. अपहरण, रंगदारी और हत्या जैसे अपराध उसके लिए बिल्कुल आम हो चुके थें.
अपने कर्मों की सजा फिलहाल वह भोग रहे हैं. इन्हें उम्र कैद की सजा सुनाई गई है और इनपर चुनाव लड़ने की भी पाबंदी हैं.
3. आंनद मोहन 1990 में राजनीति में एंट्री मारने वाले कोसी क्षेत्र के बाहुबली कहलाते थें.
गोपालगंज के डीएम जी. कृष्णैया की हत्या का आरोप आनंद मोहन पर हैं जिसके लिए इन्हें उम्रकैद की सजा सुनाया गया हैं. फिलहाल अपने गुनाहों की सजा जेल में काट रहे हैं.
4. बिहार के बाहुबली अनंत सिंह पर रंगदारी, अपहरण हत्या जैसे अपराध के 30 से भी अधिक मामलें दर्ज हैं.
एक जमाने में अंनत सिंह को नीतीश कुमार का करीबी माना जाता था. अनंत सिंह बिहार के राजनीति में भी सक्रीय हैं.
5. बिहार के बाहुबलियों में पप्पू यादव का नाम भी प्रमुखता से लिया जाता रहा हैं. इनपर भी कई आपराधिक मामला दर्ज हैं.
लालू के बेहद करीबी माने जाने वाले पप्पू यादव ने अब अपनी खुद की पार्टी बना ली हैं. पार्टी का नाम जन अधिकार पार्टी हैं. अपनी पार्टी के अध्यक्ष भी पप्पू यादव खुद ही हैं.
Input : जनसत्ता