प्रधानमंत्री उज्ज्वला गैस योजना के 1 करोड़ गैस कनेक्शन लाभार्थी को कोरोना संकट के बीच बहुत बडी राहत मिलने वाली है
सरकार ने बताया है कि गैस उपभोक्ता को गैस खरीदते समय “ईएमआई” तेल कंपनियों को नहीं देना होगा, क्युकि तेल कंपनियों ने ईएमआई डेफरमेंट स्कीम का समय सीमा एक साल के लिए बढ़ा सकती है.
ईएमआई डेफेरमेंट स्कीम का मौजूदा प्लान इसी साल 2020 मे खत्म हो रहा है लेकिन इसी बीच खबर आई है कि इसको 1 साल के लिए और बढाया जा सकता है,
आपको बता दे की गैस कनेक्शन लेते वक्त ग्राहक को 3200 रुपए पेड करने होते है जिसमे उनको सिलेंडर के साथ चूल्हा भी मिलता है,
गैस कनेक्शन का 1600 रुपया सरकार के तरफ से सब्सिडी के रूप मे वापस कर दिया जाता है और बाकी का 1600 रुपये तेल कंपनियां देती है.
उज्ज्वला योजना के तहत गैस कनेक्शन लेने वालों को यह सुविधा सरकार की तरफ से दी जाती है.
1600 सौ रुपया ईएमआई जो आपको मिलता है उसे आपको तेल कंपनियों को चुकानी पड़ती है इसके लिए डाटा बेस ऐसे तैयार किया गया है कि आपको 1600 सौ से ज्यादा रुपया नहीं देना पड़ता है.
{ लिक्विफाईड पेट्रोलियम गैस ( LPG) } दुबारा सिलेंडर लेते वक्त आपके गैस सब्सिडी का पैसा ग्राहक के खाते में भेज दी जाती है
लेकिन यह पैसा आपके खाते में तबतक जमा नहीं होता जबतक तेल कंपनियों के 1600 रुपये चूकता नहीं हो जाता,
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रकम चुकता कर दिए जाने के अगले महीने से आपका सब्सिडी का अमाउंट आपके खाते में मिलने लगेगा.
सरकार द्वारा दी गई ईएमआई डेफरमेंट स्कीम के तहत 14 किलो का सिलेंडर 1 साल तक ग्राहक लेते है तो उनको 6 सिलेंडर का ईएमआई नहीं देना पड़ेगा लेकिन सातवे सिलेंडर के लिए ईएमआई देना पड़ेगा.
अगर आप 5 किलोग्राम का सिलेंडर ईएमआई पे खरीदते है तो 17 सिलेंडर तक आपको ईएमआई नहीं देना होगा लेकिन 18 वे सिलेंडर पे ईएमआई देना पड़ेगा.
वहीं अगर ग्राहक ईएमआई नहीं लेते है तो उन ग्राहकों को सब्सिडी रेट पे ही गैस सिलेंडर मिलेगा।
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Team || Gopal Kumar