Twitter Free Blue Tick : 01 अप्रैल, 2023 के बाद से ट्विटर पर ब्लू चेकमार्क बनाए रखने के लिए ट्विटर ब्लू
का सब्सक्रिप्शन (Twitter Blue Subscription) खरीदना जरूरी है। बताते चलें कंपनी इस बात का ऐलान
सरकारी नौकरी Whatsapp ग्रुप में जुड़े
यहां क्लिक करें
कर चुकी थी कि 01 April, 2023 के बाद लीगेसी चेकमार्क (Legacy Checkmark) यानी फ्री में मिले हुए
ब्लू टिक अकाउंट से हटा दिए जाएंगे. भारत में Twitter Blue के लिए वेब यूजर्स को 650 रुपये और iOS और
एंड्रॉयड यूजर्स (Android User’s) को ₹900 का भुगतान हर महीने करना होता है।
ट्विटर ने शुरू की वेरिफिकेशन प्रोग्राम:
बताते चलें Twitter ने हाल ही में कंपनियों के लिए भी Twitter Verification Program की शुरुआत की है।
कंपनियों को ट्विटर पर वेरिफिकेशन के लिए हर महीने ₹82,000 रुपये का Payment करना है. कंपनियां चाहें
तो किसी Individual या अपने कर्मचारी का अकाउंट भी अपने साथ Affiliate करा सकती है. इसके लिए कंपनी
को 50 डॉलर का भुगतान अतिरिक्त करना होगा। आपको बता दें ट्विटर ने कंपनियों के लिए Verification
Program दुनियाभर में शुरू कर दिया है. इस वेरीफिकेशन प्रोग्राम के तहत Verified कंपनियां किसी
Individuals के अकाउंट को खुद से वेरीफाई कर पाएंगी. यानी इस काम के लिए उन्हें Twitter पर Depend रहने
की जरूरत नहीं है। यदि कोई अकाउंट किसी कंपनी के साथ एफिलिएट (Affiliate) होगा तो उस अकाउंट पर
कंपनी की प्रोफाइल फोटो बैज (Twitter Profile Photo Badge) के रूप में नजर आएगी।
इन लोगों को फ्री में मिलेगा ब्लू टिक:
बताते चलें New York Times की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्विटर 10,000 कंपनियों को फ्री में ब्लू टिक (Twitter
Free Blue Tick) देगा जिनके प्लेटफार्म पर सबसे ज्यादा फॉलोअर्स (Followers) होंगे. इसके साथ ही रिपोर्ट में ये
भी कहा गया है ऐसे 500 एडवरटाइजर (Advertiser) जो ट्विटर पर सबसे ज्यादा पैसा खर्च करते हैं उन्हें भी फ्री
में ब्लू चेकमार्क (Twitter Free Blue Tick) दिया जाएगा. यानी Twitter Free Blue Tick में मिलने वाला
ब्लू टिक केवल कंपनियों और एडवरटाइजर के लिए है, वो भी उनके लिए जो तय Conditions को पूरा करेंगे।
पब्लिक किया सोर्स कोड:
बताते चलें की पिछले दिनों Elon Musk ने ये जानकारी शेयर की थी कि रेकमेंड होने वाले ट्वीट का Source
Code Public किया जाएगा. कंपनी ने 31 March को Github पर सोर्स कोड अपलोड कर दिए थे. सोर्स कोड
को पब्लिक करने का मकसद रिकमेंड होने वाले ट्वीट के एल्गोरिदम (Algorithm) को बेहतर बनाना है।