देश में कोरोना के आंकड़े लगातार बढ़ता जा रहा है। इसी बीच सुप्रीम कोर्ट ने सावन के आखिरी सोमवार के पहले बाबा बैद्यनाथ धाम और बासुकीनाथ मंदिर को खोले जाने की मंजूरी दे दी। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने सीमित संख्या में मंदिर को खोलने की इजाजत दी है।
लॉकडाउन 1.0 के समय से मंदिरों के कपाट बंद हैं। इस संबंध में भाजपा सांसद निशिकांत दुबे की ओर से याचिका दायर की गई थी। सुप्रीम कोर्ट ने निशिकांत दुबे के उसी याचिका की सुनवाई करते हुए यह फैसला दिया है।
हालांकि, सुप्रीम कोर्ट से फैसला आते ही फैसले पर राजनीति भी शुरू हो गया है। निशिकांत दुबे ने फैसले को झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार पर तमाचा करार दिया है
निशिकांत दुबे ने ट्वीट कर कहा,
आज मेरे याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने देवघर व बासुकिनाथ मंदिर के साथ साथ पूरे देश भर के मंदिरों को खोलने व पूजा की इजाज़त दी । माननीय उच्चतम न्यायालय का आभार । झारखंड सरकार के मुँह में यह तमाचा उसके इस्तीफ़ा की ओर ले जाता है ,माननीय प्रधानमंत्री @narendramodi जी के रहते सब ठीक होगा pic.twitter.com/kg7A65fdYD
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) July 31, 2020
“आज मेरी याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने देवघर और बासुकीनाथ मंदिर के साथ साथ पूरे देश भर के मंदिरों को खोलने व पूजा की इजाजत दी. माननीय उच्चतम न्यायालय का आभार. झारखंड सरकार के मुंह में यह तमाचा उसके इस्तीफे की ओर ले जाता है. माननीय प्रधानमंत्री @narendramodi जी के रहते सब ठीक होगा.”