MUZAFFARPUR : वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण की वजह से आगामी दुर्गा पूजा त्यौहार एवं चेहल्लुम पर्व को देखते हुए जिला स्तरीय शांति समिति की महत्वपूर्ण बैठक जिलाधिकारी की अध्यक्षता में समाहरणालय सभाकक्ष में किया गया.
इस बैठक में वरीय पुलिस अधीक्षक, नगर पुलिस अधीक्षक दोनों अनुमंडल पदाधिकारी, जिला परिषद अध्यक्ष इंदिरा देवी के व अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.
पांच अक्टूबर को हुए इस बैठक में जिला स्तरीय शांति समिति के सभी सदस्यों के साथ दुर्गा पूजा समिति और चेहल्लुम समिति के सदस्य और गुरुद्वारा समिति के सदस्य भी उपस्थित थें.
जिलाधिकारी डॉ चन्द्रशेखर सिंह द्वारा आगामी पर्व त्यौहार के लिए शांति समिति के सदस्यगण तथा अन्य समिति के सदस्यों से सुझाव आमंत्रित किए गए.
पंडाल और चेहल्लुम जुलूस के लिए नहीं जारी होगा लाइसेंस
पांच अक्टूबर को हुए इस बैठक में विचार-विमर्श के बाद सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि आगामी दुर्गा पूजा और चेहल्लुम जुलूस के अवसर पर ना तो कोई अस्थाई प्रतिमा स्थापित किया जाएगा, और ना ही पंडाल बनाया जाएगा.
वही चेहल्लुम के अवसर पर भी जुलूस या अखाड़े पर प्रतिबंध रहेगा. बैठक में वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से यह निर्णय लिया गया कि थाना स्तर पर जुलूस और पंडाल के लिये लाइसेंस निर्गत नहीं किया जाएगा.
डीजे बजाने पर पूर्णतया प्रतिबंध
जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के विभिन्न मंदिरों में अलग से कोई प्रतिमा स्थापित नहीं किया जाएगा, वहिं डीजे बजाने पर भी पूर्णतया प्रतिबंध रहेगा.
पुलिस प्रशासन द्वारा उक्त स्थलों पर सख्ती से सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन कराये जाएंगे.
किसी भी तरह की अफवाह फैलाने वालों पर पैनी नजर रखी जा रही हैं. सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने वाले तत्व बख्शे नहीं जाएंगे.
सतर्कता जरूरी ताकि संक्रमण से बचा जा सकें : जिलाधिकारी Muzaffarpur
मुजफ्फरपुर जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह ने उपस्थित सभी सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना महामारी का खतरा अभी टला नहीं हैं, ऐसे में सतर्कता जरूरी है ताकि कोरोना संक्रमण से बचा जा सकें.
इसलिए सभी से अपील है कि अपने घरों पर ही पूजा करें. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें.
उन्होंने कहा की दो दिन में सभी थाना स्तर पर शांति समिति की बैठक किया जाएगा. एवं शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को जागरूक किया जाएगा.
गंगा-जमुना तहजीब का उदाहरण है मुजफ्फरपुर
जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि मुजफ्फरपुर जिला में गंगा जमुना तहजीब की पवित्र परंपरा रही हैं, इस तहजीब को बनाये रखने में न केवल प्रशासन बल्कि आम नागरिकों के साथ साथ शांति समिति के सदस्यों की भी अहम भूमिका रही हैं.
आपसी भाईचारा और प्रेम के साथ सभी लोग पर्व त्यौहार मनाते आये हैं. जिलाधिकारी शांति समिति के सदस्यों से यह अपेक्षा किये हैं कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी उनका सहयोग मिलेगा.
साथ ही उन्होंने शांति समिति के सदस्यों से भी यह अनुरोध किये हैं कि वे अपने-अपने इलाकों में नजर बनाए रखेंगे. किसी भी तरह की सूचना से जिला प्रशासन को अवगत कराया जा सकता हैं.
वहिं वरीय पुलिस अधीक्षक जयंत कांत ने बताया कि अगर किसी भी तरह की आपत्तिजनक पोस्ट सोशल मीडिया पर किया जाता हैं तो संबंधित के ऊपर कड़ी से कड़ी कार्रवाई किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि सामाजिक माहौल में बाधा पहुंचाने वालों पर पुलिस प्रशासन की पैनी नजर बनी हुई हैं.
किसी भी तरह की अफवाह फैलाने वालों पर कानूनी करवाई करते हुए जेल भेजा जाएगा.
बता दें कि बिहार में विधान सभा चुनाव 2020 को देखते हुए पूरे मुजफ्फरपुर जिले में आचार संहिता लागू किया गया है.