MUZAFFARPUR : कोरोना संक्रमण के बीच मुज़फ्फरपुर शहर में डेंगू तेजी से फैल रहा हैं. पॉश इलाके में अभीतक दर्जनों लोग बीमार हो चुके हैं.
वार्ड-20-21 में तो 147 मरीजों की पहचान भी हो चुकी है. इसका खुलासा तब हुआ जब नगर आयुक्त ने वार्ड पार्षदों से इसकी रिपोर्ट मांगी.
पार्षदों ने ही Muzaffarpur शहर में भारी जलजमाव के बाद महामारी होने की आशंका जताई थी. डेंगू फैलने की बात कही गई थी. उसके बाद नगर आयुक्त ने 5 दिन पूर्व शहर के सभी वार्ड पार्षदों को पत्र लिखा था.
मंगलवार को Ward-20 के पार्षद संजय केजरीवाल ने 54 मरीजों के नाम-पता व उनके मोबाइल नंबर नगर आयुक्त को सौंपे हैं.
इसमें धोबिया गली, चैंबर ऑफ कॉमर्स, इस्लामपुर, बैंक रोड में डेंगू के सर्वाधिक मरीज मिले हैं. वहिं वार्ड-21 के पार्षद केपी पप्पू ने सोनारपट्टी, माली गली, पुरानी बाजार, हजाम टोली, जुम्मा मस्जिद इलाकों में 93 डेंगू मरीज होने की जानकारी दी हैं.
धोबिया गली के व्यवसायी राजेश तुलस्यान, उनकी पत्नी व बेटा-बेटी समेत पूरे परिवार डेंगू से पीड़ित है. इसी इलाकें के सॉफ्टवेयर इंजीनियर कुणाल भी डेंगू की चपेट में हैं. इस्लामपुर के लहठी कारोबारी मो. छोटे को पिछले सप्ताह ही अचानक तेज बुखार हुआ, जांच रिपोर्ट में डेंगू निकलने की बात सामने आई.
कई वार्ड पार्षदों ने तो अभी तक सर्वे कराया ही नहीं
वार्ड-14 के रतन शर्मा समेत कई पार्षदों ने बताया कि वे अभी सर्वे नहीं करा सके हैं. लेकिन, प्रभात जर्दा फैक्ट्री के पास डेंगू के 10 मरीज मील हैं.
वार्ड 23 के पार्षद राकेश सिन्हा पप्पू केे वार्ड में डेंगू के 20 मरीज हैं. नवयुवक समिति ट्रस्ट के पास एक ही परिवार के 4 लोग डेंगू से पीड़ित हैं. मेयर सुरेश कुमार ने भी स्वीकार किया है कि मुज़फ्फरपुर शहर में डेंगू की स्थिति विस्फोटक है.
शहर के विभिन्न मोहल्लों के चिह्नित डेंगू मरीज
चैंबर ऑफ कॉमर्स के निकट- 3, सोनारपट्टी -24, हजाम टोली-17, ब्राह्मण टोली- 16, माली गली -14, पुरानी बाजार -7, जुम्मा मस्जिद के निकट- 9, इस्लामपुर – 8, धोबिया गली – 7, बैंक रोड – 6, तिलक मैदान रोड -6, रघुवंश रोड- 3, नवयुवक समिति ट्रस्ट के निकट- 4, सिकंदरपुर प्रभात जर्दा फैक्ट्री इलाका- 10
इधर, चिकनगुनिया का भी एक मरीज मिला
Muzaffarpur जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में डेंगू व चिकनगुनिया के मरीज भी लगातार बढ़ रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, मुजफ्फरपुर जिले में डेंगू से पीड़ित मरीजों की संख्या 20 पार पहुंच गई है.
जबकि 8 नए मरीज मिले हैं. बता दें कि डेंगू से पीड़ित 12 मरीज होने की जानकारी जिला प्रशासन को पहले ही करा दी गई थी. इसके अलावें चिकनगुनिया का भी एक मरीज भी मिला है.
अधिकारियों ने कहां –
वार्ड पार्षदों द्वारा दी गई सूची की 24 घंटे में जांच कराई जाएगी. अभियान चलाकर सैनिटाइजेशन के साथ एंटी लार्वा का छिड़काव होगा. जल्द ही बैठक बुलाई जाएगी. सिविल सर्जन को पहले ही इसकी मॉनिटरिंग का निर्देश दिए जा चुके है. – डॉ. चंद्रशेखर सिंह, डीएम
वार्ड पार्षदों से इसकीसूची मांगी गई है. अब तक 3-4 वार्ड पार्षदों ने ही सूची दी है. प्राइवेट अस्पतालों में इलाज कराने वालों की सूची प्रशासन के पास उपलब्ध नहीं है. फिलहाल डेंगू पर नियंत्रण के लिए एंटी लार्वा का छिड़काव किया जा रहा है. –विवेक रंजन मैत्रेय, नगर आयुक्त
प्रभावित वार्डों में सर्वे कराने को लेकर वेक्टर बोर्न डिजीज को निर्देशित किया गया हैं. नगर निगम को फॉगिंग कराने के लिए पत्र लिखा जाएगा. संबंधित पीएचसी की मेडिकल टीम को मौके पर भेज कर इलाज व अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी –डाॅ. एसपी सिंह, सिविल सर्जन
डेंगू के कारण
चार वायरसों के कारण डेंगू होता है, डीईएनवी-1, डीईएनवी-2, डीईएनवी-3 और डीईएनवी-4
जब यह पहले से किसी संक्रमित व्यक्ति को काटता है तो यह वायरस मच्छर के शरीर में प्रवेश कर जाता हैं और बीमारी तब फैलती हैं जब वह मच्छर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटता हैं, और वायरस व्यक्ति के रक्तप्रवाह के जरिये फैलता हैं.
एक बार जब कोई भी व्यक्ति डेंगू बुखार से उबर जाता हैं, तो वह विशिष्ट वायरस से प्रतिरक्षित हो जाता है, लेकिन अन्य तीन तरहों के वायरस से नहीं.
यदि आप दूसरी, तीसरी अथवा चौथी बार संक्रमित होते हैं तब गंभीर डेंगू बुखार, जिसे डेंगू रक्तस्रावी बुखार के नाम से भी जाना जाता है, के विकसित होने की संभावना बहुत बढ़ जाता हैं.
डेंगू के लक्षण
आमतौर पर डेंगू बुखार के लक्षणों में एक सामान्य बुखार होता हैं और किशोरों व बच्चों में इसकी आसानी से पहचान नहीं किया जा सकता हैं. डेंगू में 104 फारेनहाइट डिग्री का बुखार चढ़ता है, जिसके साथ इनमें से कोई दो लक्षण होते हैं :
सिर दर्द
मांसपेशियों, हड्डियों और जोड़ों में दर्द
जी मिचलाना
उल्टी लगना
आंखों के पीछे दर्द
ग्रंथियों में सूजन
त्वचा पर लाल चकत्ते होना
इस दौरान तीन तरह के बुखार होते हैं, जिनसे व्यक्ति को खतरा है, 1. हल्का डेंगू बुखार, 2. डेंगू रक्तस्रावी बुखार और 3. डेंगू शॉक सिंड्रोम
हल्का डेंगू बुखार – इसके लक्षण मच्छर के दंश के एक हफ्ते के बाद देखने को मिलता हैं ओर इसमें गंभीर या घातक जटिलताएं शामिल हैं.
डेंगू रक्तस्रावी बुखार – लक्षण हल्के होते हैं, लेकिन धीरे-धीरे कुछ दिनों में गंभीर हो सकता हैं.
डेंगू शॉक सिंड्रोम – यह डेंगू का एक बेहद ही गंभीर रूप है और यहां तक कि यह मौत का कारण भी बन सकते हैं.
डेंगू से बचाव
मच्छर रोधी क्रीम : डाइथाइलटोलुआमाइड (डीईईटी) के कम से कम 10 प्रतिशत कंसंट्रेशन वाला रेपेलेंट प्रभावी होता हैं,
लंबे समय तक जोखिम हो तो फिर उच्च कंसंट्रेशन वाले रेपलेंट की आवश्यकता पड़ती है. मच्छरों को दूर रखने के लिए आप रोजाना मच्छर रोधी क्रीम लगा सकते हैं
ठहरे हुए पानी को कीटाणुरहित करें: एडीज मच्छर साफ और स्थिर पानी में ही पनपता है. पानी के बर्तन या टंकी को हर समय ढककर रखें और यदि आवश्यक हो तो एक उचित कीटाणुनाशक के रूप में ब्लीचिंग का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. Source : Dainik Bhaskar