अगर आप ऐसा सोचते हैं कि 2021 में जब कोरोना का टीका बाजार में उपलब्ध हो जाएगा तो हालात सामान्य हो जाएगा तो फिलहाल यह बिल्कुल एक सपने जैसा है.
दरअसल दुनिया की आठ अरब आबादी तक कोरोना टीका पहुंचाने के काम में जिन 181 कंपनियों को लगाया जाना हैं, उनमें से 50% कंपनियों ने कहा हैं कि वे अभी इसके लिए तैयार ही नहीं हैं.
बता दें कि यह जानकारी एक सर्वे के माध्यम से सामने आया हैं जो कि International Aircargo Association & Pharma ने किया हैं.
इस संगठन ने September के मध्य में एक पोलिंग सर्वे किया था. सर्वे का महत्व इसलिए भी अधिक है क्योंकि सर्वेकर्ता संगठन का काम वैश्विक टीकाकरण के समन्वयन से जुड़ा हुआ है.
सर्वे में जिन 181 आपूर्ति श्रृंखला से जुड़ी कंपनियों को शामिल किये गए हैं, वे कंपनियां टीके के रखरखाव के उपकरण जैसे कंटेनर, डीप फ्रिज, माल की ढुलाई, टीके को निर्माता देश से दूसरे देशों में हवाई या नौका सेवा के जरिये ले जाने जैसी सेवाओं से जुड़ी हुई हैं.
50 फीसदी के पास ही उपकरण
181 आपूर्ति कर्ता कंपनियों में से सिर्फ 50 प्रतिशत ने कहा हैं कि उनके पास पर्याप्त वाहन, कंटेनर, करोड़ों शीशियों को डीप फ्रिज में रखकर
एक स्थान से दूसरे स्थानों पर ले जाने लायक बिजली या बैटरी कनेक्शन हैं. वहीं, एक-तिहाई से अधिक कंपनियों ने कहा कि वे अभी तक उपकरण जुटाने में ही लगे हैं.
हवाई जहाज से 65 हजार टन खुराक पहुंचाना चुनौती
विमानन व्यापार और लॉजिस्टिक्स संगठन की एमिर पिनेडा का अनुमान है कि Covid-19 का टीका के आ जाने के बाद करीब 65 हजार टन खुराकों की हवाई मार्ग से ढुलाई की अकेले ही जरूरत होगी.
यह हवाई जहाजों से 2019 में वितरित किये गए सभी तरहों के टीकों से चार गुना है. इसके लिए करीब 930 बोइंग-747 विमानों जरूरत होगी.
सबसे बड़ी समस्या यह है कि सप्लाई चेन में सम्मिलित अगर एक भी कंपनी अगर पूरी क्षमता अनुसार काम नहीं कर पायी तो टीकाकरण का पूरा काम प्रभावित हो जाएगा
मात्र 28 फीसदी कंपनियां पूरी तरह तैयार
सर्वे में पाया गया कि, Coronavirus Vaccine को निर्माता देश से हवाई माल ढुलाई से उपभोक्ताओं देशों तक पहुंचाने के काम में अहम भूमिका निभाने वाली Air Lift कंपनियों में से मात्र 28 प्रतिशत कंपनियों ने ही कहा कि वे टीकाकरण के काम के लिए तैयार हैं.
(फ्रेट फॉरवर्डर) हवाई माल-भाड़ा ढुलाई से जुड़ी कंपनियां | 30% |
एयरलाइंस | 26% |
सोल्युशंस प्रोवाइडर | 18% |
एयरपोर्ट ऑपरेटर | 14% |
ग्राउंड हैंडलर | 12% |
किराया बढ़ने से कड़ी हुई चुनौती
◼️ पिछले साल 50 फीसदी हवाई माल-भाड़ा हो गया था.
◼️ इस साल कंटेनर वाले जहाजों की 3 गुना कीमत बढ़ गई है.
◼️ कार्गो व विमान 20 प्रतिशत से ज्यादा किराना सामग्री से भरे हुए हैं.