Thursday, March 28, 2024
HomeHealthRoti Cooking Research: क्या आप भी इस तरीके से बनाते हैं रोटी...

Roti Cooking Research: क्या आप भी इस तरीके से बनाते हैं रोटी तो हो सकता है कैंसर? पढ़े यह रिसर्च रिपोर्ट

Roti Cooking ‘Research’ Causes Cancer : उत्तर भारत के घरों में भोजन के लिए रोटी बनाना (Baking Bread) रोजाना की एक सामान्य रुटीन हैं.

हालांकि लगभग सभी घरों में रोटी (Bread) बनाने का तरीका थोड़ा बहुत अलग भी होता हैं. कई लोग तवे पर रोटी (bread on the griddle) को

सरकारी नौकरी Whatsapp ग्रुप में जुड़े
यहां क्लिक करें

आधा पकाने के उपरांत उसे चिमटे की मदद से सीधे आंच पर फुलाते हैं. वहीं कई लोग तवे पर ही दोनों तरफ से सेंककर रोटियां बनाते हैं.

अधिकतर लोगों का यह कहना है कि रोटी बनाने (Baking Bread) के इन दोनों तरीकों से उसके टेस्ट में बदलाव आ जाता है.

अब हाल ही में रोटी बनाने को लेकर एक ताजा Research सामने आई हैं, जिसको जानकर आप भी हैरानी में पड़ जाएंगे.

स्टडी में सामने आया यह डरावना सच!

Journal of Environmental Science and Technology में छपी Study Report के अनुसार कुकटॉप और LPG GAS स्टोव से

Nitrogen Dioxide और Carbon Monoxide जैसे कई खतरनाक वायु प्रदूषकों का उत्सर्जन होता है.

World Health Organization (WHO) ने उत्सर्जकों को सेहत के लिए बहुत ही ज्यादा खतरनाक माना है.

इससे सांस संबंधी बीमारियों के साथ-साथ ही कैंसर और दिल (Cancer and Heart) का खतरा भी पैदा हो जाता हैं, जिससे एक इंसान की जान भी जा सकती हैं.

ऊंचे तापमान पर रोटी पकाने से कार्सिनोजेनिक्स

Nutrition and Cancer Journal में प्रकाशित एक अन्य Research में यह दावा किया गया है कि अगर हम ऊंचे तापमान पर

रोटी बनाते हैं तो उससे Carcinogenic पैदा हो सकते है. जिससे सांस लेने में रुकावट होने लगता हैं.

ऐसे में यह दमे के रोगियों के लिए काफी बड़ी परेशानी हो सकती हैं. वहीं आम लोगों को भी इससे सांस की बीमारी शुरू होने का खतरा पैदा हो जाती है.

Join Whatsapp Group : Click Here

क्या रोटी पकाने से होता हैं कैंसर?

ऑस्ट्रेलिया के वैज्ञानिक Dr. Paul Brent के अनुसार जब GAS चूल्हे की लौ पर रोटी पकाई जाती है वह Acrylamide नामक

रसायन का उत्पादन करती हैं. वहीं गैस की डायरेक्ट फ्लेम्स में रोटी (Roti Cooking Causes Cancer) पकाने से Carcinogens पैदा होते हैं,

जो की मानव शरीर के लिए बेहद ही खतरनाक माने जाते है. Research में निकले इन दावों में कितनी सच्चाई हैं,

यह तो अभी पक्के तौर पर नहीं कही जा सकती हैं. लेकिन यह सच्चाई है कि इस रिसर्च में कही गई बातें लोगों को डराती जरूर हैं.

Join Job And News Update
WhatsAppTelegram
FacebookInstagram
YouTubeFor Google

RELATED ARTICLES
Rahul
Rahulhttp://nearnews.in
Near News is a Digital Media Website which brings the latest updates from across Bihar University, Muzaffarpur, Bihar and India as a whole.
Html code here! Replace this with any non empty raw html code and that's it.
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments

error: Copyright © 2022 All Rights Reserved.