मुजफ्फरपुर: चार वर्षीय इंटीग्रेटेड B.A.-B.Ed. व B.SC.-B.Ed. कोर्स में नामांकन के लिए “Second Round” की काउंसिलिग की प्रक्रिया सोमवार को यानी आज से शुरू होगी।
“Second Round” की काउंसलिंग में प्रवेश परीक्षा में सफल हुए कुल 1200 छात्रों को 21 अक्टूबर तक मौका मिलेगी।
इसके बाद भी यदि सीट खाली रह जाती है तो “Third Round” में भी “Counciling” कराई जाएगी।
परीक्षा के नोडल पदाधिकारी सह बिहार विश्वविद्यालय के DSW प्रो. अभय कुमार सिंह ने बताया कि चार वर्षीय इंटीग्रेटेड B.A.-B.Ed. व B.SC.-B.Ed. कोर्स में नामांकन के लिए “Counciling” आरडीएस कॉलेज में ही कराई जाएगी।
उन्होंने बताया की चार वर्षीय इंटीग्रेटेड B.A.-B.Ed. व B.SC.-B.Ed. कोर्स में नामांकन के लिए बिहार विश्वविद्यालय के चार कॉलेजों में ही 100-100 सीटों पर मान्यता मिली है।
इस कोर्स में नामांकन के लिए पूरे प्रदेश से सफल छात्र-छात्राएं “Counciling” में हिस्सा लेंगे।
उन्होंने बताया कि चार वर्षीय इंटीग्रेटेड B.A.-B.Ed. व B.SC.-B.Ed. कोर्स में नामांकन के लिए “First Round” के बाद करीब 150 सीटों के लिए छात्र-छात्राओं ने “Counciling” के बाद “Provisional Admission” कराया है। वहीं, शेष सीट के लिए प्रक्रिया जारी है।
बिना काउंसलिंग कराएं लौट रहे विद्यार्थी:
चार वर्षीय इंटीग्रेटेड B.A.-B.Ed. व B.SC.-B.Ed. कोर्स में नामांकन के लिए “First Round” में तीनों दिनों में सैकड़ों विद्यार्थी आरडीएस कॉलेज से बिना “Counciling” कराए ही वापस लौट गए।
क्योंकि, चार वर्षीय इंटीग्रेटेड B.A.-B.Ed. व B.SC.-B.Ed. कोर्स में नामांकन के लिए चार साल में कुल 3 लाख रुपये फीस निर्धारित की गई है।
यह राशि छात्रों को प्रतिवर्ष 75 हजार के हिसाब से कॉलेज को देनी होती हैं।
वहीं, कई अभिभावकों का कहना हैं कि 2 लाख तक कोर्स फी होती तो अपने बच्चों को नामांकन के लिए सोचते।
एक तो COVID-19 काल में पहले ही आमदनी बंद हो चुकी हैं। ऐसे में इतनी बड़ी रकम जुटा पाना मुश्किल है।