Bihar University इस बार से छात्रों के “Registration” की प्रक्रिया में बड़ा बदलाव करने जा रही हैं।
स्नातक में एडमिशन लेने वाले छात्रों का “Registration No.” इस बार से “Auto Genrate” कर मिलेगी। इसमें कॉलेजों की जिम्मेदारी न होकर, विश्वविद्यालय की होगी।
इससे “Registration” से संबंधित होने वाली तमाम तरह की गड़बड़ियों पर रोक लगेगी।
विश्वविद्यालय के विभिन्न कॉलेजों में एडमिशन लेने वाले सैकड़ों छात्रों के “Registration No.” में तकरीबन हर साल गड़बडिय़ां हो जाती है। इस कारण से इन छात्रों के रिजल्ट फंस जाते हैं।
छात्रों को रिजल्ट सुधार करवाने के लिए कॉलेज से लेकर विश्वविद्यालय तक चक्कर लगाते लगाते दो से तीन साल तक समय बीत जाते हैं।
आपको बता दे की पिछले वर्ष भी स्नातक पार्ट- टू के 2200 छात्रों का “Registration No.” में गड़बड़ी पाये जाने के कारण विश्वविद्यालय ने इन छात्रों के रिजल्ट जारी करने पर रोक लगा दी थी।
दरअसल, एक ही तरह के “Registration No.” एक से अधिक छात्रों के होने के कारण विश्वविद्यालय ने इनके रिजल्ट को रोकते हुए जांच के लिए कमेटी का गठन किया था।
फिलहाल, इस मामले की जांच चल रही है।
एडमिशन के बाद शुरू होगी रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया
UMIS के माध्यम से होने वाले स्नातक में एडमिशन के बाद “Registration No.” भी इसी के माध्यम से जारी होगी।
विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति(Pro-VC) प्रो. रविंद्र कुमार ने शुक्रवार को बताया कि स्नातक में एडमिशन के बाद छात्रों का “Registration No. भी ऑटोजेनरेट होगी।
इससे “Registration” से संबंधित होने वाली तमाम तरह की गड़बडिय़ों पर रोक लगेगी। इससे छात्रों को फायदा होगा। साथ ही पूरी प्रक्रिया पारदर्शी हो जायेगी।