Bihar University में लॉकडाउन के दौरान डिग्री एवं विभिन्न प्रकार के सर्टिफिकेट के लिए 11 हजार आवेदन आये हैं। और लगातार आवेदन में भी वृद्वि हो रही हैं।
आवेदन करने वाले सभी छात्र मुजफ्फरपुर, वैशाली, सीतामढ़ी एवं पूर्वी व पश्चिमी चंपारण जिलें के है।
कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण विवि में डिग्री व प्रोविजनल सर्टिफिकेट बनाने का काम धीमी गति से चल रही हैं।
फिलहाल, 31 जुलाई तक लॉकडाउन एवं लगातार बारिश होने के कारण विवि में डिग्री एवं प्रोविजनल सर्टिफिकेट बनाने का काम बंद है।
लॉकडाउन से पहले 30% फीसदी कर्मचारियों को विवि में बुलाकर डिग्री एवं प्रोविजनल सर्टिफिकेट तैयार कराया गया है।
वहीं, डिग्री एवं प्रोविजनल सर्टिफिकेट के लिए लगातार आवेदन आ रहे हैं।
परीक्षा नियंत्रक डॉ. मनोज कुमार ने बताया कि कोरोना संक्रमण की स्थिति जैसे ही सामान्य होती है, डिग्री एवं प्रोविजन सर्टिफिकेट बनाने का काम युद्ध स्तर पर शुरू करा दिया जाएगा।
पांच साल से बन रही है ऑनलाइन डिग्री बनाने की योजना
बिहार विवि में पांच साल से ऑनलाइन डिग्री एवं सर्टिफिकेट बनाने का योजना बना रही हैं।
इस दौरान बात आई की पास होने वाले छात्रों का डिग्री एवं सर्टिफिकेट विवि तैयार कर देगा। इसके लिए छात्रों को आवेदन करने होगें,
उसके तुरंत बाद डिग्री एवं सर्टिफिकेट विवि तैयार कर कॉलेज में भेज देगी। और वहां छात्र अपना डिग्री एवं सर्टिफिकेट प्राप्त कर लेंगे। छात्रों को विवि आने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी।
परीक्षा नियंत्रक डॉ. मनोज कुमार ने बताया की UMIS के तहत अब डिग्री एवं सर्टिफिकेट बनाने में कोई परेशानी नहीं होगी।
उन्होनें ने बताया कि वर्ष 2019 में पास करने वाले सभी छात्रों की डिग्री एवं सर्टिफिकेट NAD के Website पर अपलोड कर दी जाएगी।
जिससे छात्र कहीं भी अपना डिग्री एवं सर्टिफिकेट डाऊनलोड कर सकेंगे। इसके लिए छात्रों को NAD ID बनाना होगा।
NAD ID बनाने के लिए, यहां से करें अप्लाई
विवि इसके लिए अलग से पोर्टल तैयार करेगी, उस पर जो छात्र आवेदन करेंगे, उन्हें डिग्री एवं सर्टिफिकेट दी जाएगी