17 September, गुरुवार को PM नरेंद्र मोदी का 70वाँ जन्मदिन है. इस मौके पर भारत में रात 12 बजे से ही #PrimeMinister #NarendraModiBirthday #HappyBdayNaMo, और #NarendraModi सोशल मीडिया पर ट्रेंड होने लगा हैं।
लेकिन इसी बीच एक और हैशटैग ट्विटर पर Top Trend में शामिल है: #NationalUnemploymentDay या #राष्ट्रीयबेरोजगारदिवस
लेकिन सवाल यह ही कि आखिर PM मोदी के जन्मदिन पर राष्ट्रीय बेरोज़गार दिवस क्यों Trend कर रहा हैं? दरअसल, ट्रेंड करने का वजह भारतीय युवाओं ख़ासकर बेरोजगार छात्रों के विरोध और माँगों का ही नतीजा है।
वैश्विक महामारी कोरोना के इस दौर में भारत की अर्थव्यवस्था भारी संकट का सामना कर रहा हैं।
बेरोज़गारी की मार, युवा बेहाल
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (National Statistics Office) के अनुसार इस साल April-June तिमाही में देश की GDP में 23.9 फ़ीसदी की भारी गिरावट दर्ज की गई थी, जो की पिछले 40 वर्षों में सबसे भारी गिरावट हैं।
इतना ही नहीं, Center for Monitoring Indian Economy के आँकड़ों के मुताबिक सितंबर के पहली सप्ताह में भारत की शहरी बेरोजगार दर 8.32 फ़ीसदी के स्तर पर चली गई।
Lockdown और आर्थिक सुस्ती होने की वजह से लाखों लोगों को अपनी Naukri से हाथ धोना पड़ा हैं और भारी संख्या में लोगों का रोज़गार ठप पर गया है।
Center for Monitoring Indian Economy (सीएमआईई) के आकड़ों के अनुसार, Lockdown लगने के बाद क़रीब 12 करोड़ लोग अपनी Naukri खो चुके जिनमें से अधिकतर लोग असंगठित और ग्रामीण क्षेत्र से हैं।
अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन ( International Labor Organization ) और एशियन डेवलपमेंट बैंक ( Asian Development Bank ) की एक अन्य रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया हैं
कि 30 उम्र के नीचे आने वाले क़रीब चालीस लाख से अधिक भारतीयों ने अपनी Naukri महामारी की वजह से गवां चुकें हैं। इनमे 15 से 24 साल के लोगों पर सबसे ज्यादा असर पड़ा हैं।
छात्रों की बढ़ती नाराज़गी
बेरोज़गारी की ऊंची दर और आर्थिक सुस्ती के बीच भारतीय युवा अपनी नाराजगी सरकार के प्रति लगातार ज़ाहिर कर रहे हैं। इस नाराज़गी का साफ असर Facebook और खासकर Twitter पर साफ़ देखने को मिल रहें हैं।
बीते कुछ हफ़्तों में छात्रऔर युवाओं ने सरकार के ख़िलाफ़ अपनी मुहिम सोशल मीडिया माध्यम से तेज़ कर दी है। बेरोज़गारी के साथ-साथ छात्र SSC, Railway जैसी Examination तय समय पर नही हो पाने और नौकरियों के लिए तय समय के अंतर्गत नियुक्ति न होने से भी नाराज हैं।
Competitive Exam की तैयारी कर रहे छात्रों की मांग है कि जो Sarkari Vacancy निकाली जाए उसकी परीक्षाएं समय पर हों और उनके परिणाम भी समय पर आ जाये। इसके अलावा कई संस्थानों के तरफ से बेतहाशा फ़ीस वृद्धि से परेशान छात्र भी सरकार से सुनवाई की लगातार गुहार लगा रहे हैं।
बता दें कि इससे पहले तेजस्वी यादव के आह्वान पर 9 September को युवाओं ने रात नौ बजकर नौ मिनट पर टॉर्च, मोबाइल फ़्लैश और दिए जलाकर सांकेतिक रूप से बेरोजगारी का अपना विरोध ज़ाहिर किया था।
बेरोजगारी के इस मुहिम को आगे बढाते हुए युवा और छात्र संगठन 17 सितंबर यानी प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन पर #राष्ट्रीयबेरोजगारदिवस #NationalUnemploymentDay ट्रेंड कराकर सांकेतिक रूप से पुनः अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं। युवाओं के इस मुहिम को कई विपक्षी दलों और अलग-अलग संगठनों के समर्थन हासिल हैं।
इसे लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह के मीम्स और अलग-अलग पोस्ट को शेयर किया जा रहा हैं। कई छात्रों ने Twitter हैंडल पर अपने नाम के आगे ‘बेरोज़गार’ शब्द को भी जोड़ लिया है.
हंसराज मीणा ने ट्वीट किया है : मोदी जी, युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ मत कीजिये।
वहिं एक ट्विटर यूज़र ने भोजपुरी में लिखा है : “SSC भुलाय ग़यिल बा, की आज CGL 220 का नोटिसवा निकाले का रहा. कोई बतावा उनका , नाही SSC सोयिते रहिल”
बेरोजगारी के मुद्दे को गर्मजोशी से छात्रों द्वारा उठाया जा रहा हैं, कई युवा यह भी कमेंट कर रहे हैं कि “अगर मुद्दा बेरोजगारी का है तो हम साथ है अगर सपना मोदी को हटाने का है तो बता दें ना वो रात आएगी ना वो सपना पूरा होगा”
बता दें कि इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के Radio कार्यक्रम मन की बात को YouTube पर 10 लाख से ज्यादा डिसलाइक्स मिलने के पीछे भी छात्रों के इसी ग़ुस्से को कारण बताया जा रहा हैं।
हालाँकि पार्टी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने इसके लिए Congress की साज़िश और तुर्की के बोट्स को ज़िम्मेदार बताया था।