BRABU: छात्र-छात्राएं हो जाये तैयार क्योंकि अब यह तय है कि छात्रों को प्रोमोट नही किया जाएगा, सभी छात्र छत्राओं की परीक्षा होगी, 6 सितंबर के बाद होने वाली बैठक में अब सिर्फ यह तय करना बाकी है कि परीक्षा किस आधार पर लिया जाए, सिलेबस छोटा किया जाए या ऑब्जेक्टिव के प्रश्नों पर परीक्षा ली जाए।
अगर ऑब्जेक्टिव के आधार पर परीक्षा होगी तो उसमें सिर्फ ऑब्जेक्टिव रहेगा या सब्जेक्टिव भी रहेगा?, अगर ऑब्जेक्टिव और सब्जेक्टिव दोनो रहेगा तो फिर ऑब्जेक्टिव और सब्जेक्टिव कितने-कितने नंबर का रहेगा?
इसी बीच परीक्षा नियंत्रक के तरफ से यह जानकारी मिल रही हैं कि स्नातक के तीनों पार्ट का परीक्षा फॉर्म 6 सितंबर के बाद से भरा जायेगा।
उन्होंने ने बताया की अगले सप्ताह में परीक्षा बोर्ड की बैठक होने वाली है जिसमें परीक्षा के प्रारूप पर विचार किया जायेगा।
परीक्षा फॉर्म Online भरें जायेंगे या Offline, इस पर कॉलेजों के प्राचार्यों से विचार-विमर्श किया जायेगा।
उन्होंने बताया की सत्र 2017-20 के स्नातक पार्ट- थ्री, सत्र 2018-21 के स्नातक पार्ट- टू एवं सत्र 2019-22 के स्नातक पार्ट- वन की परीक्षा होनी हैं। तीनों पार्ट मिलाकर तीन लाख छात्र परीक्षा देगें।
उन्होंने बताया की सबसे पहले स्नातक पार्ट- थी, फिर पार्ट- टू और सबसे अंत में पार्ट- वन की परीक्षा होगी।
15 सितंबर से भरा जायेगा P.G. का परीक्षा फॉर्म
परीक्षा नियंत्रक डॉ. मनोज कुमार ने बताया की स्नातक के साथ-साथ P.G. का परीक्षा फॉर्म 15 सितंबर से भरा जायेगा।
उन्होंने बताया की P.G. सेकेंड सेमेस्टर और थर्ड सेमेस्टर के सत्र 2018-20 की परीक्षा होनी हैं। इन दोनों सत्र में 15 हजार छात्र परीक्षा में शामिल होगें।
उन्होंने बताया की सितंबर के अंतिम सप्ताह से परीक्षाएं शुरू हो जायेंगी।
परीक्षा बोर्ड की बैठक अगले सप्ताह
विवि में परीक्षा बोर्ड की बैठक अगले सप्ताह होगी। इसमें यह तय किया जायेगा परीक्षाएं Subjective होगी या Objective. इसके अलावा परीक्षाएं कितने पाली में होगी और कितने समय का, इस पर भी विचार किया जायेगा।
राजभवन ने COVID-19 के कारण रूकी परीक्षा को कराने के लिए विवि के पास एक ट्राजिंट रेगुलेशन भेजा हैं। इसी रेगुलेशन के तहत सभी रूकी परीक्षा आयोजित होगी।