BRABU: स्नातक में नामांकन के लिए हो रहें ऑनलाइन आवेदन को एक-एक कर जांच होगी। वहीं पोर्टल पर अपलोड मार्कशीट एवं औपबंधिक प्रमाण पत्र की जांच होगी ताकि कोई छात्र फर्जीवाड़ा नामांकन न लें।
पीजी में नामांकन के लिए ऑनलाइन आवेदन में हुए फर्जीवाड़े को देखते हुये विवि ने यह सख्ती बरती हैं।
विवि ने स्नातक में नामांकन के लिए ऑनलाइन आवेदन कर चुके छात्रों को आवेदन फॉर्म में सुधार करने के लिए 31 अगस्त तक का मौका दिया हैं।
ऐसे छात्र 31 अगस्त तक आवेदन फॉर्म में हुये त्रुटि को सुधार कर सकते हैं। 31 अगस्त के बाद पोर्टल बंद हो जायेगा।
UMIS के कोऑर्डिनेटर प्रो. ललन कुमार झा ने बताया की स्नातक में नामांकन के लिए मेरिट लिस्ट जारी करने से पहले दो बार जांच की जायेंगी। उसके बाद ही मेरिट लिस्ट जारी होगी।