BRABU: P.G में एडमिशन के लिए Merit List मंगलवार को ही जारी होने वाली थी लेकिन ऐन वक्त पर विवि कोऑर्डिनेटर के आदेश के बाद मार्कशीट से नंबर की मिलान करने पर मामला कुछ और मिला
90 से 95 फीसद जिन्होंने नंबर बताया था असल मे मार्कशीट से मिलान के बाद उनका नंबर 55 से 65 फीसद ही पाए गए, हद तो तब हो गई जब एक ने मार्कशीट की जगह अपने ‘अंगूठा छाप’ का इमेज अपलोड किया, यह खुलासा विवि की UMIS टीम ने की हैं।
P.G में एडमिशन के लिए हुए Online आवेदन के दौरान सीतामढ़ी के एक छात्र ने स्नातक अंक में 65% भरा है। लेकिन Marksheet की जगह उसने अंगूठे के निशान की तस्वीर बतौर फॉर्म में Upload कर दी हैं। विवि ने इनके आवेदन को Reject कर दिया है।
वहीं, एक छात्र ने स्नातक में फर्स्ट डिविजन का अंक भरा है। जबकि उसने Marksheet की जगह LIC की रसीद Upload कर दी है। अब तक की जांच में डेढ़ हजार आवेदनों में गड़बड़ी पाई गई है।
UMIS के कोऑर्डिनेटर डॉ. ललन झा ने बताया कि सीतामढ़ी के छात्र ने Marksheet की जगह अंगूठा का निशान डालकर Upload कर दिया है। इनके आवेदन को Reject कर दिया गया है।
उन्होंने ने बताया कि एक दो नहीं सैकड़ों की संख्या में गड़बड़ी पकड़ी गई है। एक-एक फॉर्म को चेक किया जा रहा है।
आयुर्वेद सेंटर का नाम बदलने का पत्र किया Upload
P.G. में नामांकन के लिए Online आवेदन करने के दौरान एक छात्र ने तो Marksheet की जगह आयुर्वेद सेंटर के नाम बदलने के पत्र को ही Upload कर दिया है।
यह पत्र हरिद्वार के नाम से है। इसमें छात्र ने अपने सेंटर का नाम बदलने का आग्रह किया है। आवेदन को विवि में पीजी में हुए ऑनलाइन आवेदन के माध्यम से भेजा है।
एडमिशन के समय होगी Marksheet की जांच
डीएसडब्ल्यू डॉ. अभय कुमार सिंह ने बताया कि अब तक लगभग डेढ़ हजार छात्रों के आवेदनों में इस तरह की गड़बड़ी पाई गई है। सभी को अलग कर दिया गया है।
नई Merit List फिर से तैयार होगी। उन्होंने बताया कि एडमिशन के समय Marksheet की जांच होगी।
DSW ने बताया इसमें किसी तरह की गड़बड़ी पकड़ी जाती है तो एडमिशन रद्द करते हुए कानूनी कार्रवाई की जाएगी।