नई दिल्ली: इंडियन जर्नल ऑफ मेडिकल रिसर्च में प्रकाशित ICMR द्वारा किये गए पहले National Sero Survey द्वारा जारी किए गए सर्वे के मुताबिक गांवों में कुल 69.4% लोग कोरोना वायरस से संक्रमित थे.
National Sero Survey द्वारा कराए गए सर्वेक्षण के परिणामों से यह पता चला हैं कि ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना से संक्रमित लोगो की संख्या 69.4 प्रतिशत थी.
जबकि शहरों में 30.5 प्रतिशत संक्रमित लोगों की संख्या थी, जिसमे से शहरी झोपड़पट्टियों में रहने वाले संक्रमितों की संख्या 15.9 प्रतिशत तथा गैर-झोपड़पट्टियों में रहने वाले संक्रमित लोगों की संख्या 14.6 प्रतिशत दर्ज की गई थी.
National Sero Survey ने बताया कि 18-45 वर्ष (43.3) आयु वर्ग के लोग सबसे ज्यादा कोरोना से संक्रमित थे. उसके बाद 46-60 वर्ष ( 39.5 ) और 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोग सबसे कम कोरोना संक्रमित पाए गए.
देश के 21 राज्यों के 70 जिलों के 700 गांवों और वार्डो में 11 मई से 4 जून तक करीब 28 हजार व्यक्तियों पर यह सर्वेक्षण किया गया था. सर्वेक्षण के दौरान रक्त के नमूनों का परीक्षण COVID कवच एलिसा किट का उपयोग कर इम्युनोग्लोबिन-जी एंटीबॉडी का परीक्षण किया गया.
सर्वेक्षण में मई के आरंभ में कुल 64,68,388 वयस्क संक्रमणों का अनुमान लगाया गया था.
सर्वेक्षण के रिपोर्ट में यह कहा गया है की ज्यादातर जिलों में कम प्रसार इस बात का संकेत मिलता है कि भारत महामारी के शुरुआती चरण में है और भारतीय आबादी अभी भी SARS-CoV-2 संक्रमण के लिए अतिसंवेदनशील हैं.
सर्वेक्षण में यह उल्लेख किया गया है कि कम परीक्षण के साथ-साथ परीक्षण प्रयोगशालाओं की खराब पहुंच के कारण शून्य स्ट्रेटम जिलों में Covid-19 के मामलों का भी पता लगाया जा सकता है.
इस स्ट्रैटम में 15 में से चार जिलों में, जिला मुख्यालय में COVID-19 परीक्षण प्रयोगशालाएं उपलब्ध नहीं थे और नमूनों की जांच के लिए राज्य मुख्यालय के अस्पतालों में भेजा गया था.
रिपोर्ट में बताया गया कि ‘अधिकतर जिलों में देखा गया कम प्रसार दर्शाता है कि भारत महामारी के अभी शुरुआती चरण में है और भारतीय आबादी के अधिकतर हिस्सों पर अब भी सार्स-सीओवी-2 के चपेट में आने का खतरा मंडरा रहा है।’
Source : ZeeNews