Black Wheat Farming Idea : उत्तर भारत यानि North India के कई राज्यों में धान की कटाई (Paddy
Harvesting) समाप्त हो गई है. अब खेत तैयार करने के बाद किसान रबी फसल (Winter Crops) की बुवाई
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करेंगे. यदि आप किसान हैं और रबी फसल में गेहूं की बुवाई (Wheat Sowing) करने की Planning बना रहे
हैं तो आपके लिए यह बेहतरीन खबर (Great News) है. क्योंकि गेहूं की इस किस्म (Variety Of Wheat) की
बुवाई करने से न सिर्फ बंपर उपज होगी, बल्कि Market में कीमत यानि Rate भी अच्छा मिलेगा. दरअसल, हम
बात कर रहे हैं काल गेहूं (Black Wheat Farming) के बारे में. सुनने में थोड़ा अजीब सा लगा होगा, लेकिन यह
सच है. U.P. सहित कई राज्यों में किसान काले गेंहू की खेती कर अच्छी कमाई (Earn Money) कर रहे हैं।
कम लागत में होता है ज्यादा मुनाफा:
वैज्ञानिकों (Scientists) के मुताबिक, November का महीना काले गेहूं की बुवाई के लिए अच्छा माना गया है.
इस महीने में काले गेहूं की बुवाई (Black Wheat Sowing) करने पर अच्छी उपज होती है।
वहीं इसकी खासियत है कि इसमें कम लागत में Bumper Profit होता है. साथ ही यह (Black Wheat) समान्य
गेहूं की तुलना में चार गुना अधिक कीमत पर Market में बिकता है. वहीं, इसकी बुवाई करने से पहले खेत (Black
Wheat Farming) में नमी भी प्रयाप्त मात्रा में होनी चाहिए, तभी जाकर बीज अंकुरित होंगे.
21 दिन बाद ही सिंचाई करनी चाहिए:
मिली रिपोर्ट के मुताबिक, काले गेहूं की बुवाई (Black Wheat Sowing) करते समय एक एकड़ में 30 KG
Urea, 20 KG Potash, 60 KG D.A.P. और 10 KG Zinc का इस्तेमाल करें. इससे फसल जल्दी से हरियाली
बांधती है. काले गेहूं की बुवाई (Black Wheat Sowing) करने के 21 दिन बाद ही सिंचाई करनी चाहिए.
इससे अच्छी उपज मिलती है. इसके बाद जरूरत के हिसाब से Time- Time पर सिंचाई करते रहें. साथ ही
फसल की पहली बार सिंचाई करने से पहले प्रति एकड़ के हिसाब से 60 KG यूरिया (Urea) का प्रयोग करें।
एनीमिया जैसे रोगों से बचा जा सकता है:
बताते चलें की जब फसल (Crop) में बालियां निकलने लगे तो सिंचाई जरूर करें. जानकारी के मुताबिक, काले
गेहूं (Black Wheat) में अन्य गेहूं की किस्मों (Variety Of Wheat).के मुकाबले एन्थोसाइनीन पिगमेंट भूरपूर
और ज्यादा मात्रा में पाया जाता है. यही Reason है कि यह काला दिखाई देता है. इसमें एंथोसाइनिन की मात्रा 40
से 140 PPM के बीच पाई जाती है. वहीं, सफेद गेहूं यानि White Wheat में यह मात्र 5 से 15 PPM के बीच होती
है. इसके अलावा काले गेंहू में Natural Anti Oxidant और Antibiotic भी प्रचुर मात्रा में उपलब्ध होता है.
विशेषज्ञों के मुताबिक, काले गेहूं के सेवन (Intake Of Black Wheat) करने से हार्ट अटैक, कैंसर, डायबिटीज,
मानसिक तनाव (Mental Stress), घुटनों में दर्द और एनीमिया जैसे रोगों से बचा जा सकता है।
काले गेहूं के खेती में दोगुना मुनाफा:
बता दें काले गेहूं की खेती (Black Wheat Farming) कर किसान बंपर मुनाफा (Bumper Profit) कमा सकते
हैं. Market में भी इसका भाव सामान्य गेहूं की तुलना में अधिक है. बाजार में काला गेहूं (Black Wheat
Farming) 4,000 रुपए से लेकर 6,000 रुपए प्रति क्विंटल है. काले गेहूं के 1 क्विंटल की कीमत सामान्य गेहूं
से दोगुना अधिक है. इस हिसाब से किसान सामान्य गेहूं के मुकाबले काले गेहूं से Bumper Profit कमा सकता है।