Bihar Jamin Survey 2024 : बिहार के लोगो को परेशानी का सामना करते हुए देखकर राजस्व एवं भूमि सुधार के मंत्री डॉ. दिलीप जायसवाल ने अतिमहत्वपूर्ण घोषणा कर दी है। Bihar Jamin Survey को लेकर जनता को राहत देते हुए बड़ा फैसला लिया गया है। प्रेस कांफ्रेंस के जरिये उन्होंने बताया कि बिहार में जमीन मालिकों और साथ ही बाहर में रहने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पर रहा जिसको देखते हुए बिहार सरकार द्वारा बिहार जमीन सर्वे को अगले तीन महीनों के लिए स्थगित कर दी है।
HIGHLIGHTS
राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री डॉ. दिलीप जायसवाल ने कहा कि इसके लिए अगले कुछ ही दिनों में इस सम्बंध में अलग से सूचना जारी किया जाएगा। उन्होंने यह साफ कहा कि बिहार में जमीन सर्वे का काम शुरू होने के बाद से ही रैयतों की परेशानी और जमीन मालिकों को परेशानियों का सामना करते हुए देखा जा रहा है। साथ कागजात की व्यवस्था करने में भी लोग काफी परेशान हो रहे है। जिसको देखते हुए बिहार सरकार के आदेश पर जमीन सर्वे के कार्य पर अगले तीन महीनों तक के लिए रोक लगा दी गई हैं।
आज परेशानी भविष्य अच्छा
राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री डॉ. दिलीप जायसवाल प्रेस में बताया कि उनके साथ पूर्णिया के निर्दलीय सांसद पप्पू यादव भी उस दौरान मौजूद थे। बिहार में जमीन सर्वे को लेकर काफी भ्रम की स्थिति बनाया जा रहा है। लेकिन इससे आम जन लोगों का ही भला होगा। जो आज परेशानी है, उनके लिए यह कल अच्छा होगा। जब जमीन बिहार में भूमि सर्वे शुरू हुई थी तब लोगों को लगा था कि उनके पास सभी जरूरी के कागजात हैं। लेकिन जब सर्वे शुरू हुआ जब लोगो को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि अभी का यह परेशानी के उनके बच्चों का भविष्य काफी अच्छा रहेगा।
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बिहार जमीन सर्वे तीन महीने तक स्थगित
डॉ. जायसवाल ने प्रेस में आगे कहा उन्हें लोगों की परेशानी देखकर खुद भी अच्छा नही लग रहा है। जिसके बाद ही उन्होंने यह तय किया कि जमीन सर्वे के कागजात के लिए लोगों को तीन महीने का और समय दिया जाना चाहिए। इसलिए सरकार के निर्णय के बाद बिहार जमीन सर्वे को तीन महीने तक के लिए स्थगित किये जाने प्रस्ताव लाया गया है। अगले तीन महीने तक के लिए बिहार जमीन सर्वे कार्य को टाल दी जाएगी।
डॉ. दिलीप जायसवाल ने आगे बताया कि इन तीन महीनों में रैयत अपना अपना जमीन का कागजात ठीक करवा लें। उन्होंने कहा कि इस तीन महीने में अधिकारी व मंत्री जन प्रतिनिधियों के साथ बैठक करेंगे। जिसके बाद यह तय किया जाएगा कि लोगो को किन किन परेशानियों का सामना करना पर रहा है। इसके बाद जमीन मालिक जो कि रैयतदार है उनके साथ भी बैठक करके एक आम राय लेने का प्रयास किया जाएगा, तदुपरांत बिहार जमीन सर्वे का काम फिर से शुरू किया जाएगा।