WHO : विश्व स्वास्थ्य संगठन ( World Health Organization ) के महानिदेशक “टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस” ने गुरुवार को कहा कि कोरोना संक्रमण के इलाज में “डेक्सामेथासोन” दवा बेहद कारगर पाया गया हैं.
उन्होंने कहा गंभीर और क्रिटिकल कोरोना रोगियों के लिए “डेक्सामेथासोन” प्रभावी साबित हुई है। वहिं दूसरी ओर अभी कई दवाएं परीक्षण के दौर में हैं।
बता दें कि, दुनियाभर में लगभग 180 टीकों पर कोरोना संक्रमण के इलाज में प्रभावी बनाने का काम चल रहा हैं, जिनमें से 35 टीके मानव परीक्षण के विभिन्न चरणों में है.
वहीं WHO की मुख्य वैज्ञानिक “सौम्या स्वामीनाथन” (Soumya Swaminathan) ने कहा “एस्ट्राजेनेका” की Vaccine के ट्रायल में बीमारी का आना एक ‘वेक-अप कॉल’ की तरह है, इससे वैज्ञानिकों को निराश नहीं होने चाहिए.
उन्होंने कहा, कोरोना के इलाज में इस तरह के उतार चढ़ाव के लिए हमें पूरी तरह से तैयार तैयार रहने होंगे. “Astrazeneca” की घटनाक्रम से हम निराश नहीं है, ऐसी घटनाएं होती है.
“यह वायरस के खिलाफ और जीवन को बचाने की एक रेस है” ऐसा डॉ. माइक रेयान (Dr Mike Ryan) ने कहा जो कि वें World Health Organization के आपातकालीन कार्यक्रम के प्रमुख हैं.
इन्होंने कहा की, यह रेस देशों के बीच एकदूसरें को पछाड़ने की नहीं हैं. “वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस” में World Health Organization के अधिकारियों ने कहा “विभिन्न देशों में गरीब लोगों को इसके टिके को मुहैया कराने के लिए अंतरराष्ट्रीय दान दाताओं से मिलें 700 मिलियन Dollar की रकम निर्धारित लक्ष्य के आधे से भी कम हैं.
बता दें कि World Health Organization ने दो अरब डॉलर जुटाने का लक्ष्य रखा हैं ताकि कोरोना वायरस से बचाव के लिए जो टिका बनेगा वह केवल अमीर देशों तक ही सीमित नहीं रहें.
वहीं संयुक्त राष्ट्र महासचिव “एंटोनियो गुटेरेस” ने अगले तीन महीनें में 35 अरब Dollar और जुटाने का आह्वान किया हैं. जुताई जा रही इन पैसों का इस्तेमाल कोरोना की काट के लिए टीकों और मरीजों के इलाज में विश्व स्वास्थ्य संगठन के कार्यक्रम (ACT Accelerator programme) के अंतर्गत खर्च किये जायेंगे.
Input : tbn