Giloy Health Side Effects: आज के समय में इम्युनिटी के प्रति हर कोई जागरुक हो चुका हैं. कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता लोगों को न केवल सर्दी-जुकाम से ग्रस्त कर सकता है,
बल्कि इससे Covid–19 के संक्रमण का खतरा भी काफी बढ़ जाता है. ऐसे में लोगों ने इम्यून सिस्टम बढ़ाने के ले काढ़े का सेवन करना बढ़ा दिया है.
काढ़ा में तुलसी, दालचीनी, अदरक और लौंग जैसे कई जरूरी मसाला शामिल हैं. इन्हीं में से एक है गिलोय जिसका अंग्रेजी नाम Tinospora Cardifolia है.
यह आयुर्वेदिक औषधि Immunity को तंदरुस्त रखने के साथ ही अनेक प्रकार की बीमारियों को दूर करने में भी सहायक साबित होता है.
हालांकि, किसी भी चीज़ का अति खतरनाक हो सकता है। गिलोय के भी अत्यधिक सेवन से कई अन्य दिक्कतें भी हो सकता हैं, जिनके बारे में जानना जरूरी है.
प्रेग्नेंसी (pregnancy): स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक जो महिलाएं प्रेग्नेंट हों अथवा ब्रेस्टफीडिंग करा रही हों, उन महिलाओं को गिलोय के सेवन से परहेज करना चाहिए.
माना जाता है कि ज्यादा गिलोय का सेवन करने से गर्भवती महिलाओं के शरीर में रक्त शर्करा का स्तर बहुत ही कम हो जाता हैं.
कब्ज़: कॉन्स्टिपेशन मतलब कब्ज की समस्या से पीड़ित लोगों को भी गिलोय के अत्यधिक सेवन से बचना चाहिए.
गिलोय के अधिक सेवन से कब्ज और अपच की समस्या पैदा होता है. ऐसे में लोगों को पेट दर्द की शिकायत भी होने लगता है.
रक्तचाप होता है कम: जो लोग निम्न रक्तचाप (जिसे Hypotension या फिर लो BP कहते हैं) की समस्या से अगर पीड़ित हैं तो, गिलोय के अधिक सेवन से उन्हें खतरा हो सकता है.
Health Experts ऐसे लोगों को गिलोय का सेवन नहीं करने का सलाह देते हैं. गिलोय खाने से लोगों का रक्तचाप और भी कम हो जाते है. ऐसे में पीड़ित व्यक्तियों को इससे नुकसान हो सकता हैं.
लिवर की बीमारियां: वैसे तो फैटी लिवर को दूर करने में गिलोय को काफी कारगर माना जाता है, परंतु इसके अत्यधिक सेवन से लिवर से जुड़े अन्य रोगों का खतरा भी बना रहता है.
विशेषज्ञों के अनुसार, गिलोय का तासीर गर्म होता है जिसका लिवर पर सीधा बुरा असर भी पड़ सकता है.
सर्जरी: गिलोय ब्लड शुगर को भी प्रभावित करता है. अतः अगर आपको सर्जरी करवाना है तो उसके कुछ दिनों पहले से ही इसका सेवन न करने का सलाह दिया जाता हैं.
सर्जरी के दौरान अथवा बाद में ब्लड शुगर का अनियमित होना काफी नुकसानदेह साबित होता है.