Personality Development : हर कोई अपने जीवन (Life) में Smart बनना चाहते है, लेकिन क्या कभी किसी ने यह सोचा है कि Smartness का पैमाना क्या होता है
‘असल में Smart कौन होता है’ जिसे ब्रह्मांड का ज्ञान हो अथवा फिर वो जो क्लास में Topper है वो ‘ हम अपने दिमाग में अक्सर बुद्धिमान व्यक्तियों की एक इमेज बना लेते हैं,
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तो क्या सिर्फ ज्यादा पढ़ा लिखा इंसान ही Smart हो सकता है या फिर इसका कोई और भी अन्य पैमाना होता है, आइए जाएते हैं Smartness से जुड़ी कुछ खास बातें.
दूसरों की बुराई नहीं करते
Smart लोग कभी भी दूसरों के बारे में ज्यादा बातें नहीं करते हैं. ज्यादातर लोग नफरत, चुगली और झूठी बातों में लगे रहते है, अगर आप भी कभी खुद को ऐसी गॉसिप के बीच पाएं तो आप उस स्थिति से बाहर निकल जाएं।
असफलता से सीखते हैं
अगर आप अपने सोचने के नजरिए को थोड़ा सा बदलकर देखेंगे तो आपको यह एहसास होगा कि हमारी असफलता (Failure) का मतलब सीखने के प्रयास से होता है.
हमेशा असफलता से कुछ न कुछ सीखने को मिलती है. इसलिए Smart लोग अपने गलतियों को दिशा-निर्देश के रूप में अक्सर यह देखते है कि क्या नहीं करना चाहिए था.
समय बर्बाद नहीं करते
कई बार हमें यह एहसास होता हैं कि, काश हमने इस काम में थोड़ा सा और भी वक्त दिया होता, तो यह इससे और बेहतर हो सकता था.
इसलिए हमेशा यह कोशिश करें कि समय बर्बाद करने के बजाय वह करें जो आवश्यक है. आप भी Smart बनें और अपने समय को मैनेज करना सीखें.
हमेसा सबसे पहले वह काम करें जो सबसे ज्यादा जरूरी है, इसके बाद जो जरूरी है, फिर लास्ट में वह काम करें जिसे करना उतना जरूरी नहीं है.
ताकि अगर वक्त न बचें तो सिर्फ वहीं काम छूटे जो ज्यादा आवश्यक नहीं था और जो बाद में भी हो सकता है.
खुद पर भरोसा रखते हैं
एक दोस्त की जरूरत प्रत्येक व्यक्ति को होती है लेकिन अक्सर Smart लोग किसी दूसरें पर जरूरत से अधिक भरोसा नहीं करते हैं, मतलब अगर कोई वक्त पर
उनकी मदद नहीं कर पाया हो तो, वह इसकी शिकायत कभी भी नहीं करते हैं, बल्कि खुद के दम पर अपने काम को करते हैं. किसी भी व्यक्ति को अपने आप को कभी भी कम नहीं आंकना चाहिए.
हर बात के लिए हमेशा हां मत कहो
अक्सर लोग सामने वाले के मन को रखने के लिए हां कह देते है, ताकी दूसरों को दुख न पहुंच जाए, लेकिन कभी-कभी ना कहना ही हमारे लिए सबसे ज्यादा उपयुक्त होता है.
जब कभी ऐसा लगे की हमें इसके लिए ना बोल देनी चाहिए, तो हां बोलने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है. खासकर तब जब आप पहले से ही काफी थके हुए हों या फिर जिम्मेदारियों से घिरे हुए हों.
भावनात्मक रूप से बुद्धिमान लोग खुद के बारे में जानते हैं कि जब वह थके हुए होते हैं तो फिर वह सामने वाले को मना कर देते हैं.
आप भी अपनी सीमाओं को पहचाने और हर बार हां बिल्कुल भी ना कहें. अगर पहले से यह सभी गुण आपमें मौजूद हैं तो, बधाई हो! आप पहले से काफी स्मार्ट हों!