What is FPO& IPO : देश के मशहूर उद्योगपति गौतम अडानी (Gautam Adani) के नेतृत्व में संचालित अडानी
एंटरप्राइजेज लिमिटेड का Follow On Public Offer यानि FPO इन दिनों चर्चा में है। कारण Hindenburg
Research की हाल में आई रिपोर्ट है, जिसने अडानी ग्रुप की कार्यप्रणाली को लेकर सवाल उठाये हैं। अडानी ग्रुप का
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यह FPO, 27 January, 2023 को खुला है और आज यानि 31 January, 2023 को बंद होगा।
Adani Group ने रखा ये लक्ष्य:
आपको बता Adani Group ने इस Follow On Public Offer यानि FPO से 20 हजार करोड़ रुपये
जुटाने का लक्ष्य रखा है. अगर यह रकम जुट जाती है, तो ग्रुप इसे Capital Expenditure Fund करेगा। बताते
चलें की कंपनी इसे Green Hydrogen Eco System के कुछ Project, Improvement of Airport
System और Green Field Expressway का निर्माण आदि पर खर्च करेगा. इसी रकम से कुछ लोन भी चुकाने
का प्रस्ताव है. इस रिपोर्ट के जरिए आइए जानते हैं कि Follow On Public Offer यानि FPO क्या है? यह
कैसे काम करता है? IPO- Initial Public Offer और FPO में क्या अंतर है?
क्या है इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO)?
बताते चलें जब कोई कंपनी पहली बार शेयर बाजार यानि Share Market से पैसा जुटाना चाहती है, तो वह अपनी
पूरी योजना के साथ SEBI- Securities and Exchange Board of India में आवेदन करती है।
मंजूरी मिलने के बाद ही IPO- Initial Public Offer लॉन्च किया जा सकता है। कोई भी IPO एक तय समय के
लिए खुलता और बंद होता है. यह समय प्रायः तीन से पांच दिन तक के लिए हो सकता है. ज्यादातर तीन वर्किंग दिन
(Three Working Days) में ही यह प्रक्रिया पूरी की जाती है. अगर किसी कंपनी ने 10 हजार करोड़ रुपये
जुटाने का लक्ष्य रखा है और 20 हजार करोड़ रूपये के Application आ गए तो इसे अच्छा माना जाता है।
अगर 10 हजार करोड़ के अगेंस्ट कम से कम नौ हजार करोड़ यानि कि 90% रकम निवेशकों से नहीं आई तो
IPO रद्द हो जाएगा और निवेशकों का पैसा उनके A/C में वापस चला जाएगा. IPO ज्यादा कम्पनियां लाती हैं।
क्या है फॉलो ऑन पब्लिक ऑफर (FPO)?
आपको बता दें जब भी Stock Exchange में लिस्टेड कोई कंपनी निवेशकों को नए शेयर्स (New Shares)
जारी करते हुए फंड जुटाती है, तो सीधी भाषा में इसे ही Follow On Public Offer- FPO कहते हैं। इसके लिए
कंपनी को SEBI- Securities and Exchange Board of India से अनुमति लेनी होती है. कोई भी
Follow On Public Offer- FPO तय दिन के लिए खुल सकता है. उसी समय में कोई भी व्यक्ति या कंपनी
FPO के लिए अप्लाई कर सकती है. भारत सरकार के नियम के मुताबिक यह तभी कामयाब माना जाएगा जब
कुल लक्ष्य का 90% रकम बाजार से जुट जाए. अगर इससे कम रकम जुटती है तो Follow On Public
Offer- FPO फेल माना जाएगा और निवेशकों यानि Investors का पैसा उन्हें Return कर दिया जाएगा।
आपको बता दें 2022 में रुचि सोया का FPO आया था, जो 3.60 गुना Subscribe हुआ था. 2020 में यस बैंक
FPO 93 फीसद Subscribe हुआ था. FPO प्रायः कम संख्या में आते हैं।
ये हाल के वर्षों में कुछ Over Subscribed IPO
◆ SBI कार्ड्स : 26.54 गुना
◆ LIC : 2.95 गुना
◆ CAMS : 46.99 गुना
◆ Zomato : 38.25 गुना
◆ वेदांत फैशन (मान्यवर) : 2.57 गुना
◆ मिसेज वैक्टर्स फ़ूड : 198.02 गुना