Friday, March 29, 2024
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Gold River of India: देश की इकलौती नदी जहां पानी के साथ बहता है सोना, कई साल से लोगों की कमाई का है जरिया

Swarna Rekha River : भारत में 400 से भी अधिक छोटी-बड़ी नदियां बहती हैं. देशभर में बहने इन नदियों की अपनी कुछ न कुछ खासियत है.

लेकिन आज हम आपको एक ऐसे नदी के बारे में बताने जा रहे हैं, जो सोने (Gold) की नदी कहा जाता है. जी हां, यहां पानी में सोना मिलता है.

आपको यह जानकर हैरानी होगी कि सैकड़ों सालों के बाद भी वैज्ञानिकों को अभीतक यह पता नहीं चल पाया है कि इस नदी में

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सोना (Gold river of india) क्यों बहता है. मतलब की इस नदी का सोना वैज्ञानिकों के लिए अभी भी एक रहस्य बना हुआ है.

नदी से सोना छानने का काम करते हैं यहां के लोग

हम बात कर रहे हैं झारखंड में बहने वाली स्वर्णरेखा नदी की (Swarna Rekha River in jharkhand). नदी में पानी के साथ सोना बहने के कारण ही इसे स्वर्णरेखा नदी के नाम से जाना जाता है.

झारखंड में कुछ ऐसी जगहें भी हैं, जहां के स्थानीय आदिवासी इस नदी में सुबह सुबह जाते हैं और दिन भर रेत छानकर सोने के कणो को इकट्ठा करते हैं.

इस काम में आदिवासियों की कई पीढ़ियां लगी हुई हैं. तमाड़ और सारंडा जैसे इलाके ऐसे हैं जहां पुरुष, महिलाएं और बच्चे भी सुबह उठकर नदी से सोना (Gold) इकट्ठा करने जाते हैं.

सीधे बंगाल की खाड़ी में गिरती है नदी

झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओड़िशा में ये नदी बहती है और इसका उद्गम झारखंड के रांची शहर से करीब 16 किलोमीटर दूर है. इस नदी से जुड़ी हुई एक हैरान कर देने वाली बात बताई जाती हैं

कि रांची स्थित ये नदी अपने उद्गम स्थल से निकलने के बाद से उस क्षेत्र की किसी भी अन्य नदी में जाकर नहीं मिलती, बल्कि यह नदी डाइरेक्ट बंगाल की खाडी में जा कर गिरती है.

सोने की सच्चाई का आज तक नहीं लगा पता

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यहां रिसर्च कर चुके कई भूवैज्ञानिकों का यह मानना है कि ये नदी चट्टानों से होकर आगे बढ़ती है और इसी

वजह से इसमें सोने (Gold) के कण आ जाते हैं. हालांकि, इस बात में कितनी सच्चाई है इस बात का पता आज तक भी नहीं लग सका है.

कुछ लोग ये भी मानते हैं

स्वर्ण रेखा की एक सहायक नदी ‘करकरी’ की रेत में भी सोने के कण देखने को मिलते हैं. जबकि कुछ लोगों का ये कहना है कि स्वर्ण रेखा नदी में जो सोने के कण मिलते हैं, वह करकरी नदी से बहकर ही आती हैं.

आसान नहीं है नदी से सोना निकालना

नदी की रेत से सोना (Gold) इकट्ठा करने के लिए लोगों को दिनभर मेहनत कड़ना पड़ता है. आदिवासी परिवार के लोग दिनभर पानी में सोने (Gold) के कण ढूंढने का काम करते हैं.

दिनभर काम करने के बाद आमतौर पर एक व्यक्ति एक या दो सोने के का कण ही निकाल पाता हैं. एक कण को बेचकर 80 से 100 रुपए लोग कमाते हैं.

इस तरह सोने (Gold) के कण बेचकर एक शख्स औसतन महीने में 5 से 8 हजार रुपये तक ही कमाता है. 

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Rahul
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