पटना: BSEB से जुड़े सभी सरकारी(Government) और निजी(Private) स्कूलों में कक्षा 9वीं की परीक्षा 26 फरवरी से शुरू होगी।
बता दें कि पहली बार 9वीं की परीक्षा का संयोजन सीधे BSEB कर रहा है। इसके लिए BSEB ने ही परीक्षा कार्यक्रम(Examination Schedule) निर्धारित किया है।
छात्र-छात्रा अपने स्कूल में ही देंगे परीक्षा:
9वीं की परीक्षा सभी छात्र-छात्रा अपने स्कूल में ही देंगे, लेकिन इसकी मॉनिटरिंग सीधे BSEB की ओर से होगी।
26 से 3 मार्च तक चलेगी परीक्षा:
BSEB की ओर से कक्षा 9वीं की परीक्षा 26 फरवरी से शुरू होकर 3 मार्च तक चलेगी।
वहीं 4 मार्च को “Practical Exam” आयोजित की जाएगी। 9वीं की परीक्षा BSEB के तत्वावधान में किया जाएगा।
इसके लिए 22 फरवरी तक राज्य के अधिकांश जिलों में परीक्षा सामग्री भेज दी गयी है।
मैट्रिक की सेंटअप परीक्षा की तर्ज पर किए जा रहे इंतजाम:
BSEB के स्कूलों में कक्षा 9वीं की परीक्षा इस बार “BSEB 10Th Sent-Up Exam” की तर्ज पर ली जाएगी।
इसका मकसद छात्र-छात्राओं के साथ ही पूरी व्यवस्था को एक साल पहले ही “BSEB 10Th Exam- 2022” के लिए तैयार करना है।
15 लाख छात्र-छात्रा होगें शामिल:
BSEB की ओर से कक्षा 9वीं की परीक्षा में करीब 15 लाख छात्र छात्रा शामिल होंगे।
सभी जिलों से 9वीं की परीक्षा में शामिल होने वाले छात्र-छात्राओं की संख्या की बाबत जानकारी जुटा ली गई है।
परीक्षा सामग्री को सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी स्कूल की:
BSEB की ओर से कक्षा 9वीं की परीक्षा के छात्र-छात्राओं की संख्या के मुताबिक प्रश्न पत्र BSEB ने ही तैयार कराए हैं।
क्वेश्चन पेपर भेजे जा रहे जिलों में:
BSEB की ओर से कक्षा 9वीं की परीक्षा के लिए अब क्वेश्चन पेपर पत्र जिलों में भेजे जा रहे हैं। आज यह काम पूरा हो जाने की उम्मीद है।
9वीं की परीक्षा के लिए क्वेश्चन पेपर के साथ OMR शीट भी सभी जिला शिक्षा अधिकारी(DEO) के कार्यालयों में भेजी जा रही है।
DEO इसे संबंधित स्कूलों को उपलब्ध कराएंगे। 9वीं परीक्षा के सामग्री को सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी जिला शिक्षा कार्यालय और स्कूल प्रशासन को दी गई है।
स्कूल स्तर पर ही होगी कॉपी की जांच:
BSEB की ओर से कक्षा 9वीं की परीक्षा छात्र-छात्रा अपने स्कूल में ही देंगे।
वहीं इस 9वीं परीक्षा की कॉपियों की जांच स्कूल के स्तर से ही होगी।
रिजल्ट स्कूल के स्तर पर होगा तैयार:
BSEB की ओर से मिली जानकारी के अनुसार कक्षा 9वीं परीक्षा के रिजल्ट भी स्कूल के स्तर पर ही तैयार किया जाएगा।
बिहार के स्कूलों में इस बार केवल 9वीं और 10वीं के छात्र ही परीक्षा दे रहे हैं। अन्य कक्षाओं में बच्चों को बिना परीक्षा अगली कक्षा में प्रवेश दिया जाएगा।