PATNA: BSEB की ओर से “BSEB 12Th Exam- 2021” के लिए सभी ‘Examination Centres’ पर CCTV कैमरे और जैमर भी लगवा जा रहा हैं।
इसके बावजूद भी ‘Examination Centres’ पर इंट्री(Entry) के समय हर परीक्षार्थी के शरीर को छूकर जांचने का निर्देश पुलिस को भी है और वीक्षकों को भी दिया गया है।
मतलब, किसी एक परीक्षार्थी को COVID-19 हो, तो जांचने वाले भी संक्रमित होंगे और संक्रमित के बाद जिसे छुएंगे, वैसे हरेक परीक्षार्थी को डर बना रहेगा। डॉक्टर भी इससे डर रहे हैं।
बिहार में ऐसी पहली परीक्षा होने वाली है, जिसमें परीक्षार्थियों की जांच छूकर भी होगी।
1 फरवरी से 38 जिले के 1473 ‘Examination Centres’ पर 13,50,233 परीक्षार्थी इंटर परीक्षा देंगे।
COVID-19 काल में तलाशी का कड़ा निर्देश:
COVID-19 काल में जहां ‘Social Distancing’ की बात की जा रही है, वहां BSEB ने तलाशी की कड़ी व्यवस्था बनाई है।
BSEB की ओर से निर्देश दिया गया है कि ‘Examination Centres’ पर प्रवेश करते समय गेट पर तलाशी की व्यवस्था की जाएगी।
इसके लिए ‘Examination Centres’ पर दंडाधिकारी और पुलिस बल को प्रतिनियुक्त किया जाएगा। हर परीक्षार्थी को चेक करना है जिससे गेट अंदर कोई नकल की सामग्री नहीं जाए।
इसमें ‘Mobile’ और अन्य ‘Electronics’ डिवाइस के साथ चीट-पुर्जा है।
इसके लिए ‘Examination Centres’ के अधीक्षक और दंडाधिकारी को सुनिश्चित कराना होगा कि कोई भी गेट के अंदर परीक्षा से संबंधित कागजात के अलावा कुछ भी नहीं ले जाएगा।
अंदर आए परीक्षार्थियों को वीक्षक भी छूकर जांचेंगे:
BSEB ने “BSEB 12Th Exam- 2021” में नकल रोकने के लिए हर 25 परीक्षार्थी पर एक वीक्षक को लगाया है।
वहीं एक ‘Examination Hall’ में कम से कम 2 वीक्षक की तैनाती की जाएगी।
BSEB की ओर से यह भी आदेश दिया गया है कि सभी वीक्षक प्रत्येक दिन प्रत्येक पाली की परीक्षा शुरु होने के पूर्व इस आशय का घोषणा-पत्र देंगे कि,
उनके प्रभार के अन्तर्गत 25 परीक्षार्थियों की जांच उनके द्वारा की गई। परीक्षार्थियों के पास से कोई आपत्तिजनक सामग्री नहीं पाई गई है।
COVID-19 काल में एक दूसरे को टच करने का यह है नियम:
COVID-19 काल में ‘Social Distancing’ को बचाव का बड़ा हथियार माना गया। इसे COVID-19 गाइडलाइन में शामिल किया गया।
डॉक्टरों ने भी मरीजों को छूना बंद कर दिया। अगर छूना भी पड़ा तो पूरी सावधानी से पहले खुद को ‘Sanitized’ किया फिर ग्लब्स पहनकर टच किया।
यहां तक की पेपर तक को भी टच करने के पहले ‘Sanitization’ की व्यवस्था की गई थी।
‘Social Distancing’ के पीछे सरकार का यही तर्क था कि एक से दूसरे व्यक्ति तक COVID-19 न पहुंचे।
इस फंडे पर ही सरकार और स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्था चल रही है।
डॉक्टर तलाशी की व्यवस्था से बता रहे COVID-19 का खतरा:
डॉक्टरों का कहना है कि “BSEB 12Th Exam- 2021” में नकल को लेकर तलाशी की जो व्यवस्था बनाई है, वह COVID-19 काल में खतरनाक है।
एक साथ अधिक संख्या में बच्चों को टच करना और इसमें COVID-19 गाइडलाइन का पालन नहीं करना खतरनाक है।
NMCH के कोविड नोडल डॉ अजय कुमार सिन्हा ने बताया:
नालंदा मेडिकल कॉलेज NMCH के कोविड नोडल डॉ अजय कुमार सिन्हा ने बताया कि “BSEB 12Th Exam- 2021” के लिए तलाशी की यह व्यवस्था खतरनाक है।
इससे COVID-19 संक्रमण के खतरे से इनकार नहीं किया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि व्यवस्था ऐसी होनी चाहिए कि “BSEB 12Th Exam- 2021” में चेकिंग करने वाले को हर परीक्षार्थी को चेक करने से पहले खुद को ‘Sanitization’ करना चाहिए।
या फिर प्लास्टिक का ऐसा सिस्टम बनाया जाए जिसमें परीक्षार्थी को अंदर कर बाहर से टच करके जांच किया जाए।
कोविड नोडल ने बताया कि अगर ऐसी व्यवस्था नहीं की जा रही है तो भीड़ में किसी भी परीक्षार्थी को बिना लक्षण वाला COVID-19 संक्रमण होगा तो यह भारी पड़ सकता है।
PMCH के कोरोना नोडल डॉ अरुण अजय ने बताया:
PMCH के कोरोना नोडल डॉ अरुण अजय ने बताया कि “BSEB 12Th Exam- 2021” में COVID-19 के खतरे को लेकर एक दूसरे का संपर्क नहीं होना चाहिए,
अगर ऐसा हो रहा है तो फिर ‘Social Distancing’ का पालन कहां हुआ।
उन्होंने बताया कि COVID-19 गाइडलाइन का नियम तो यही है कि चेकिंग में एक से दूसरे को छूने के बीच हाथ को अच्छा से ‘Sanitize’ किया जाए।
जिम्मेदार नहीं दिए ध्यान तो आप हो जाएं सावधान:
अगर जिम्मेदार ‘Examination Centres’ पर COVID-19 के खतरे को लेकर एक से दूसरे छात्र को छूने से पहले हाथ को ‘Sanitize’ नहीं कर रहा है,
तो परीक्षार्थियों को खुद गंभीर होना होगा। डॉक्टरों कुछ उपाय सुझाए हैं जिससे छात्र COVID-19 के खतरे से बच सकें।