मुजफ्फरपुर: BRABU में स्नातक सत्र 2020-23 के पार्ट वन में एडमिशन 10 हजार छात्रों का फंस गया है।
BRABU की ओर से मिली जानकारी के अनुसार, स्नातक पार्ट वन में एडमिशन लेने वाले छात्रों का नाम BRABU के पोर्टल पर अपलोड नहीं हुआ है।
वहीं एडमिशन लेने वाले छात्रों ने फीस भी जमा कर दी है।
छात्र अपने एडमिशन के बारे में जानने के लिए BRABU से लेकर कॉलेज तक चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन उनकी परेशानी का हल निकालने वाला कोई नहीं है।
कॉलेज का कहना है स्नातक पार्ट वन में एडमिशन लेने वाले छात्रों ने “Online Admission Fee” का भुगतान तो कर दिया,
लेकिन छात्रों ने अपने दस्तावेज की हार्ड कॉपी कॉलेज में जमा नहीं किया।
इसलिए इन छात्रों का नाम BRABU के पोर्टल पर अपलोड नहीं किया गया है।
जब BRABU का दोबारा पोर्टल खुलेगा तो इन छात्रों का नाम अपलोड कर दिया जायेगा।
इधर, BRABU कॉलेजों के इस तर्क को गलत कह रहा है।
BRABU के UMIS कोऑर्डिनेटर प्रो. ललन कुमार झा ने बताया कि कॉलेजों को स्नातक पार्ट वन में एडमिशन लेने से पहले “Documents Verification” करना था,
उसका बाद ऑनलाइन या ऑफलाइन “Admission Fee” जमा करवाना था।
लेकिन कॉलेजों ने बिना “Documents Verification” किये ही “Admission Fee” जमा करा ली।
ऐसे ही छात्रों का स्नातक पार्ट वन में एडमिशन फंस गया है।
कॉलेज लिखकर दें, तब होगी कार्रवाई:
UMIS के कोऑर्डिनेटर प्रो. ललन कुमार झा ने बताया कि कॉलेज यह लिख कर नहीं दे रहे कि स्नातक पार्ट वन में कितने छात्रों की “Admission Fee” जमा होने के बाद भी उनका एडमिशन नहीं हो सका है।
उन्होंने बताया की जब तक उनके ओर से कुछ संख्या नहीं बतायी जायेगी, हम कुछ नहीं कर सकते।
UMIS के कोऑर्डिनेटर ने बताया की कॉलेजों को बताना होगा कि किस विषय में कितने छात्रों के नाम BRABU के पोर्टल पर नहीं चढ़े हैं।
सीट भर गयी होगी, तो लौटानी पड़ेगी एडमिशन फीस:
UMIS कोऑर्डिनेटर प्रो. ललन कुमार झा ने बताया की जिन छात्रों के नाम BRABU के पोर्टल पर नहीं चढ़े हैं,
अगर उनके विषय में “UG Second Merit List” और “UG Third Merit List” में सीटें भर जायेंगी तो,
BRABU के पोर्टल पर नाम चढ़ाने के बाद भी ऐसे छात्रों का एडमिशन नहीं हो सकेगा।
UMIS कोऑर्डिनेटर ने बताया कि ऐसी स्थिति में कॉलेजों को उन छात्रों की “Admission Fee” लौटानी होगी।
उन्होंने बताया की कॉलेज छात्रों को BRABU भेज देते हैं, लेकिन यह काम कॉलेजों को ही करना है।