PATNA : बिहार के भागलपुर जिले से जो खबर आई है, वो दिल दहलाने वाला हैं. यहां एक महिला अपने पति और अपनी मां को बचाने के लिए लगातार जूझती रही.
अस्पतालों के चक्कर लगाती रही. लेकिन उन्हें वो बचा नहीं पाई. अब महिला ने यह आरोप लगाया हैं कि इस दौरान दो अस्पतालों में उनके साथ छेड़छाड़ किया गया. एक अस्पताल में खुद डॉक्टर ने, तो दूसरी अस्पताल में नर्सिंग स्टाफ ने गंदी हरकतें की.
यौन शोषण की पहली घटना
ये यौन शोषण का मामला हैं, इसलिए हम महिला की पहचान को उजागर नहीं कर रहे हैं. महिला ने यह बताया कि उनके पति को 9 अप्रैल को सर्दी-बुखार हुआ था.
कुछ दिन बाद ही उनकी मां की भी तबीयत खराब हो गई. दोनों को ही पटना के भागलपुर में ग्लोकल अस्पताल में भर्ती करवाया गया. वहां पर दिनभर वो रुककर उन दोनों का ख्याल रख लेती थीं,
लेकिन रात में Covid वॉर्ड में किसी भी अटेंडेंट को रुकने की इजाज़त नहीं था. ऐसे में महिला ने ज्योति कुमार नाम के एक नर्सिंग स्टाफ से यह गुज़ारिश की कि वो उनकी मां और उनके पति का ख्याल रखे.
नर्सिंग स्टाफ ने कहा कि वो ख्याल रखेगा. इसके बाद वह महिला अपने पति से मिलने वॉर्ड के अंदर चली गईं. महिला ने बताया
“मेरे पति कुछ भी बोल नहीं पा रहे थे. इशारों में मुझसे बातें कर रहे थे. तभी मेरा दुपट्टा पीछे से बहुत ज़ोर से खींचा गया. क्या हुआ, ये देखने के लिए जैसे ही मैं पीछे मुड़ी तो ज्योति कुमार मेरी कमर पर हाथ लगा रहा था. और वो मुस्कुरा रहा था. मेरे पति कुछ भी बोल नहीं पाए. वो पसीना-पसीना हो गए. मैंने अपना दुपट्टा वापस से खींचा. लेकिन मैं इस डर में कुछ भी बोल नहीं पाई कि मेरी मां, मेरे पति इसी अस्पताल में भर्ती है, और ये उनको नुकसान पहुंचा सकता हैं.”
महिला ने बताया कि वो बिल्कुल शॉक में थीं. बाहर निकलकर बैठ गईं. तब ज्योति कुमार फिर से आया और मुस्कुराते हुए बोला कि वह उनका ख्याल रखेगा.
फिर अस्पताल दर अस्पताल के चक्कर
महिला ने यह भी आरोप लगाया कि ग्लोकल अस्पताल का नर्सिंग स्टाफ बहुत लापरवाह था. रात के समय नर्सिंग स्टाफ अपने रूम में सो जाता था.
आवाज़ लगाने पर भी कोई भी नहीं आता था. महिला का यह आरोप है कि एक रात उनकी मां के बगल वाले बिस्तर पर भर्ती मरीज़ की तबीयत काफी बिगड़ने लगी. उन्होंने खूब आवाज़ लगाई.
उनकी मां ने भी बहुत आवाज़ लगाई लेकिन कोई भी नहीं आया, और उस शख्स की मौत हो गया. महिला ने बताया कि उसके बाद से उनके पति की भी तबीयत बिगड़ने लगी.
तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर महिला ने अपने पति को मायागंज अस्पताल में भर्ती करवाया. यहां के हालात और भी बुरे थे. ICU में एक के बाद एक लोग मर रहे थे.
महिला का यह भी आरोप है कि एक शख्स डॉक्टर-डॉक्टर चिल्लाते हुए बेड से गिरकर वहीं मर गया, लेकिन डॉक्टरों को इससे जरा भी फर्क नहीं पड़ा.
यौन शोषण की दूसरी घटना
महिला ने यह आरोप लगाया कि राजेश्वरी अस्पताल में डॉक्टर अखिलेश कुमार गलत तरीके से देखता था. एकदम करीब से छूते हुए गुज़रता था.
वह अश्लील इशारे करता था. महिला ने कहा कि वह वहां भी वो चुप रही. यह सोचकर कि उनके पति की जान इन्हीं डॉक्टरों के हाथों में है. महिला की बहन ने भी यह आरोप लगाया कि डॉक्टर उन्हें गलत नजरों से देखता था
हो रही है इंसाफ की मांग
इस मामले पर पूर्व सांसद पप्पू यादव ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कहा कि ज्योति कुमार और डॉक्टर अखिलेश के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई हो.
राष्ट्रीय जनता दल ने भी इस मामले में ट्वीट कर महिला के लिए न्याय की मांग की. RJD ने लिखा,
“अपने परिजन की अपने आंखों के सामने, आपकी तथाकथित स्वास्थ्य व्यवस्था के हाथों हत्या सहने वाला ये बिहार का एकमात्र परिवार नहीं है नीतीश बाबू. गरीब या अमीर, हर बिहारी, आपकी बेफिक्र सरकार के कारण सरकारी या निजी अस्पताल में रोज़ यही क्रूरता, संवेदनहीनता, वसूली, छेड़छाड़ सह रहा है!”
Input : thelallantop