BIHAR : समस्तीपुर जिले के रोसड़ा के रहने वाले गौतम राज और वंदना राज की मासूम बच्ची शिवन्या स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी नाम की एक दुर्लभ आनुवंशिक बीमारी से जूझ रही है.
इस नवजात की जान बचाने के लिए 16 करोड़ रुपए के इंजेक्शन की जरूरत हैं. शिवन्या के परिवार के सदस्य उसके इलाज के लिए लोगों से मदद मांग रहे हैं.
शिवन्या के माता-पिता रोसड़ा के वार्ड सं – 2 के रहने वाले हैं. अपनी जान से दुलारी इकलौती बच्ची के इलाज के लिए 16 करोड़ रुपये नहीं हैं.
गौतम राज और वंदना राज अपनी जान से भी ज्यादा दुलारी बेटी मासूम नवजात शिवन्या को बचाने के लिए लोगो से मदद की गुहार लगा रहे हैं.
बिहार की नवजात बेटी शिवन्या को बचाने के लिए आपके द्वारा दी जाने वाली छोटी छोटी मदद से मासूम शिवन्या की जान बचाई जा सकती हैं.
आप भी कर सकते है मदद
बिहार की बेटी शिवन्या को बचाने के लिए आप भी सहयोग करें, आपके छोटे से सहयोग से जी जाएगी शिवन्या,
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अकाउंट नंबर : 90928254159904
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Gautam Raj Contact Number : 9031562629
बता दें कि एक वर्ष की शिवान्या का शरीर भी काम नहीं करता है. मुख्य रूप से इसका अत्यधिक प्रभाव गर्दन पर दिख रहा है। जो पुरी तरह काम करना बंद कर चुका है.
शुरुआती दौर में स्थानीय चिकित्सक से लेकर पटना तक नस एवं मांसपेशी विशेषज्ञों से चिकित्सा कराई. लेकिन सुधार के बदले मांसपेशी और कमजोर ही होता चला गया.
जब पिछले माह माता- पिता अपनी नन्ही सी जान को लेकर सीएमसी वेल्लोर पहुंचे तो जांच के बाद इस दुर्लभ बीमारी के बारे में पता चला.
क्या है स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफीस्पाइनल
मस्कुलर एट्रोफी केंद्रीय तंत्रिका, परिधीय तंत्रिका और कंकाल की मांसपेशी को प्रभावित करता है. इस बीमारी में रीढ़ की हड्डी में कुछ तंत्रिका कोशिकाओं का नुकसान होता है जिसे मोटर न्यूरॉन्स कहा जाता है। इसकी वजह से प्रगतिशील मांसपेशी बर्बादी हो जाती है।