महाराष्ट्र के जलगांव जिला एक बार फिर शर्मनाक घटना के लिए सुर्खियों में आया हैं. यहां कुछ पुलिसकर्मियों पर Girls Hostel की लड़कियों के कपड़े उतरवाने और न्यूड डांस करने का दबाव डालने का आरोप लगा है.
इस मामले के तूल पकड़ने के बाद अब प्रशासन हरकत में आ गया है, जिलाधिकारी ने इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं.
पुलिस पर लगे इस संगीन आरोप के मामलें को विपक्ष ने विधानसभा में भी उठया और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की हैं.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मामला जलगांव जिले के गणेश कॉलनी इलाके में चल रहे आशादीप महिला छात्रावास का है जहां पर लड़कियों से कपड़े उतरवाकर डांस करवाने का शर्मनाक मामला सामने आया है.
आरोप है कि पुलिस कर्मचारियों ने लड़कियों का वीडियो भी बनाया है. इस अपराध में Hostel के बाहर से आए कुछ पुरुष भी लिप्त बताए जा रहे हैं.
पुलिसकर्मी और बाहरी लोगों ने Hostel में अनैतिक काम का आरोप लगाकर पूछताछ के बहाने अंदर घुसे.
आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने Hostel की लड़कियों को खड़ा करवा उनके कपड़े उतरवाए और डांस करने को कहा. कुछ लड़कियों के मना करने पर उनको मारने-पीटने की धमकी दिया गई.
इस घटना की जानकारी होते ही जिलाधिकारी अभिजीत राऊत ने कड़ी कार्रवाई करते हुए घटना का विस्तृत जांच कराने का आश्वासन दिया है.
यह घटना एक मार्च का बताया जा रहा है. इसका खुलासा तब हुआ जब स्थानीय जननायक फाऊंडेशन के अध्यक्ष फिरोज पिंजारी सहित कुछ अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं ने Girls Hostel की लड़कियों
और महिलाओं से बातचीत की. महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने मामले की गंभीरता देखते हुए जांच की बात कही है.
हालांकि विपक्ष गृहमंत्री के जवाब से बिल्कुल संतुष्ट नहीं है और राज्य सरकार पर कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ाने का भी आरोप लगाया है.