खुशखबरी भारत की पहली कोरोना वैक्सीन ‘कोविशिल्ड’ आने वाले 73 दिनों में इस्तेमाल के लिए बाजार में उपलब्ध होगा. बता दें कि “कोविशिल्ड” को पुणे की बायोटेक कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट बना रहा है.
सीरम ने Astra Zeneca से खरीदे वैक्सीन बनाने के राइट्स
जानकारी मिली है कि ये वैक्सीन सीरम इंस्टीट्यूट की है. सीरम इंस्टीट्यूट ने “Astra Zeneca” नाम की कंपनी से कोरोना वैक्सीन को बनाने का अधिकार खरीदे हैं. इसके लिए सीरम इंस्टीट्यूट के तरफ से Astra Zeneca को रॉयल्टी का भुगतान किया जाएगा.
इसके एवज में “सीरम इंस्टीट्यूट” इस कोरोना वैक्सीन को भारत और दुनिया के 92 दूसरे देशों को बेचेगी.
कोरोना वैक्सीन के लिए कितना रुपया देना होगा?
केंद्र सरकार से यह संकेत मिल रहा है कि वो “सीरम इंस्टीट्यूट” से सीधे “कोविशिल्ड वैक्सीन” को खरीदेगी और भारतीयों को कोरोना का टीका राष्ट्रीय मिशन के तहत बिलकुल मुफ्त में लगवाएगी.
जैसा कि जानकारी मिल रही हैं भारत सरकार जून 2022 तक “सीरम इंस्टीट्यूट” से 68 करोड़ टीके को खरीदेगी.
राष्ट्रीय टीकाकरण मिशन के तहत भारत सरकार भारतीयों को मुफ्त में लगाएगी टीका
बता दें भारत की आबादी इस वक्त करीब 130 करोड़ है. सीरम से 68 करोड़ की डोज खरीदने के बाद वैक्सीन की बाकी जरूरतें को पूरा करने के लिए सरकार ICMR और भारत बायोटेक के द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किये जा रहें
“Covaxine” और निजी फार्मा कंपनी Zydus Cadila द्वारा विकसित किये जा रहें “ZyCoV-D” का ऑर्डर दे सकती है, बशर्ते सबसे पहले इन कंपनियों का कोरोना वैक्सीन का ट्रायल अच्छे से सफल रहे.