पटना : मंगलवार को बिहार में नीतीश कैबिनेट का विस्तार किया गया. राज्यपाल फागू चौहान ने राजभवन में आयोजित समारोह में 17 मंत्रियों को पद एवं उसकी गोपनीयता की शपथ दिलवाया है.
BJP के वरिष्ठ नेता सैयद शाहनवाज हुसैन और JDU कोटे से श्रवण कुमार को भी मंत्री बनाया गया. अगर सामाजिक समीकरण की बात की जाए तो इस बार सबसे ज्यादा राजपूत बिरादरी के नेताओं को मंत्रिमंडल में जगह दिया गया हैं.
जबकि BJP और JDU ने भूमिहार समाज के विधायकों को ठेंगा दिखा दिया. इस बार भूमिहार समाज को मंत्रिमंडल विस्तार में कोई जगह नहीं दिया गया हैं.
जानिए किस वर्ग का कितना प्रतिनिधित्व?
अगर सामाजिक समीकरण की बात जाए तो सबसे अधिक राजपूत समाज के विधायकों को मंत्रिमंडल में जगह मिला है.
राजपूत समाज से लेसी सिंह,नीरज कुमार सिंह, सुबाष सिंह और सुमित सिंह को मंत्री बनाया गया है.
जबकि ब्रााह्मण समाज से आलोक रंजन झा और संजय झा मंत्री बनाया गया हैं.
अल्पसंख्यक समाज से शाहनवाज हुसैन और जमां खान को मंत्री बनाया गया है.
वहीं सहनी समाज से एक मदन सहनी को जगह दिया गया है.
कुशवाहा समाज से सम्राट चौधरी और जयंत राज को मंत्री बनाया गया हैं.
कुर्मी समाज से श्रवण कुमार, वैश्य समाज से प्रमोद कुमार और नारायण प्रसाद को मंत्री बनाया गया है.
दलित वर्ग से सुनील कुमार और जनक राम मंत्री बनाये गए हैं.
वहीं कायस्थ समाज से नितिन नवीन मंत्री बने हैं.
BJP-JDU ने भूमिहार समाज से किसी नेता को नहीं बनाया मंत्री
हालांकि इस बार के कैबिनेट विस्तार में न तो BJP और न ही JDU ने भूमिहार समाज से किसी नेता को मंत्रिमंडल में जगह दिया है. इस पर अब सवाल भी खड़ा होने लगा हैं.