BRABU में पढ़ रहे छात्र अपना “Pending Result” को सुधार कराने के लिए काफी परेशान हैं।
छात्रों को पेंडिंग रिजल्ट या रिजल्ट से संबंधित सुधार कराने के लिए उन्हें सवा सौ किलोमीटर की दूरी सफर कर विश्वविद्यालय जाना पड़ रहा हैं।
विश्वविद्यालय ने “Pending Result” को सुधार कराने को लेकर तीन महीने में तीन बार रणनीति बदली। इसके बावजूद छात्रों की परेशानी कम नहीं हो पा रहा हैं।
छात्र अपना पेंडिंग रिजल्ट सुधार कराने के लिए कॉलेज से लेकर विश्वविद्यालय तक कई बार चक्कर लगा चुके हैं।
विश्वविद्यालय ने पहली बार “Pending Result” में सुधार कराने के लिए छात्रों को कॉलेजों में ही आवेदन जमा करने का नियम बनाया था।
विश्वविद्यालय में आये छात्रों का कहना हैं हमलोगों ने “Pending Result” में सुधार के लिए कॉलेज में एक नहीं तीन-तीन बार आवेदन जमा किये। फिर भी रिजल्ट सुधार नहीं हुआ हैं।
इसलिए हमलोगों को रिजल्ट सुधार कराने के लिए विश्वविद्यालय का चक्कर कटना पड़ रहा हैं।
इसके बाद पिछले महीनें विश्वविद्यालय में हुई परीक्षा बोर्ड की बैठक में तय हुआ की छात्रों को पेंडिंग रिजल्ट या रिजल्ट से संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या हो तो विश्वविद्यालय के वेबसाइट दिये गये लिंक “Student Support System” पर किल्क कर अपनी शिकायतें दर्ज करें।
नियम यह भी बना कि रिजल्ट जारी होने के बाद रिजल्ट से संबंधित किसी प्रकार की समस्या हो तो 6 महीने के भीतर विश्वविद्यालय के वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन शिकायत दर्ज करें।
वहीं, अगर 6 महीने से अधिक होता है तो छात्रों को कॉलेज में जाकर आवेदन के साथ निर्धारित फी भी जमा करना होगा। फिलहाल, “Student Support System” चालू नहीं है।
जब छात्रों ने पेंडिंग रिजल्ट सुधार कराने के लिए विश्वविद्यालय के उपर दबाव बनाया तो विश्वविद्यालय को ओर से मेन गेट के पास “Single Window Counter” खोला गया।
यहीं, छात्र रिजल्ट से संबंधित समस्या के समाधान के लिए काउंटर पर आवेदन जमा कर रहे है। वहीं, समस्या का समाधान के लिए समय दिया जा रहा हैं
पश्चिम व पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी व वैशाली के छात्रों को आवेदन जमा करने के लिए विश्वविद्यालय जाना पड़ रहा है।
MS College, Motihari से आए छात्र रौशन कुमार व SRKG College, Sitamarhi कॉलेज के छात्र रविश कुमार ने बताया कि विश्वविद्यालय में आने के बाद काउंटर पर आवेदन जमा किया।
वहीं, निपटारे के लिए 7 दिन का समय दिया गया है। उन्होंने बताया की 7 दिन के बजाय 10 दिन का समय लग जाए कोई परेशानी नहीं है, लेकिन रिजल्ट जारी हो जाना चाहिए।
उन्होंने बताया हमलोग कॉलेज में 3 बार और विश्वविद्यालय में भी पूर्व में आवेदन जमा कर चुके हैं।
इधर, तीन दिन में काउंटर पर साढ़े तीन सौ आवेदन आए हैं। इसमें 80% “Pending Result” व सुधार से संबंधित हैं।
विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉ. मनोज कुमार ने कहा कि छात्रों का आवेदन जमा हो रहा है। रिजल्ट सुधार करने का काम भी बहुत तेजी से चल रहा है।
उन्होंने बताया की तय समय से छात्रों को रिजल्ट क्लीयर उपलब्ध कराने में परीक्षा विभाग जुटा गया है।